आरेडिका से निकली खूबियों से भरे स्मार्ट तेजस कोच की पहली रेक

--- 160 किमी की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम हैं डिब्बे -लालगंज स्थित कारखाना से महाप्रबंधक ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 12:03 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 12:03 AM (IST)
आरेडिका से निकली खूबियों से भरे स्मार्ट तेजस कोच की पहली रेक
आरेडिका से निकली खूबियों से भरे स्मार्ट तेजस कोच की पहली रेक

रायबरेली : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस स्मार्ट तेजस कोच की पहली रेक शुक्रवार को मार्डन रेल कोच फैक्ट्री से रवाना हुई। ये डिब्बे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम हैं। कारखाना के महाप्रबंधक विनय मोहन श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

विशेषताओं से भरपूर स्मार्ट तेजस कोच के 18 डिब्बों की एक रेक यहां से निकली। समारोहपूर्वक इन सभी कोच को यहां से रवाना किया गया। महाप्रबंधक ने इनकी खासियत के बारे में भी बताया। कहा कि इस रेक में 10 एसी थ्री टियर, चार एसी टू टियर, एक फ‌र्स्ट एसी, एक पैंट्रीकार और दो पॉवरकार कोच शामिल हैं। स्टेनलेस स्टील के होने के कारण ये डिब्बे जितने हल्के हैं, उतने ही मजबूत भी हैं।

इनसेट

जब ट्रेन स्टेशन पहुंचेगी, तभी खुलेंगे दरवाजे

रेलकोच से निकले इन कोच को यूं ही स्मार्ट का तमगा नहीं मिला, बल्कि इसका आधार भी है। स्वचालित प्लगडोर के कारण इनके दरवाजे तभी खुलेंगे, जब ट्रेन स्टेशन पहुंचेगी। फायर स्मोक का पता लगाकर तुरंत सूचना देने वाला यंत्र लगा है। इसी तरह पानी खत्म होने की जानकारी अगले स्टेशन पर पहले ही पहुंच जाएगी। बेहतर आंतरिक सज्जा, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्री घोषणा प्रणाली, ट्रेन का नाम और नंबर प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड की सहूलियत इनमें है। इसके अलावा आपातकालीन टॉक बैक सिस्टम, सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम, कोच के अंदर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए सेंसर लगाए गए हैं।

रेलवे क्रासिग बंद, परेशान हुए राहगीर रायबरेली : मधुबन मार्केट के पास स्थित रेलवे क्रासिग शुक्रवार की सुबह से ही बंद रही। इसके कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जवाहर विहार, जैतूपुर, सारस होटल, घोसियाना, मनिका रोड के लोग मधुबन क्रासिग होकर ही घंटाघर व रेलवे स्टेशन जाते हैं। इसके अलावा दूसरा रास्ता सिविल लाइंस होकर जाता है, जो काफी लंबा है।

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