Tiger terror: पीलीभीत में बाघ के पगचिह्न दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत

पीलीभीत के गजरौला क्षेत्र के गांव नदहा के समीप नहर के किनारे बुधवार की सुबह बाघ के पगचिह्न दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 03:17 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 03:21 PM (IST)
Tiger terror: पीलीभीत में बाघ के पगचिह्न दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत
Tiger terror: पीलीभीत में बाघ के पगचिह्न दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत

पीलीभीत (जेएनएन)। गजरौला क्षेत्र के गांव नदहा के समीप नहर के किनारे बुधवार की सुबह बाघ के पगचिह्न दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सुबह नदहा गांव के लोग टहलने निकले तो नहर किनारे बाघ के पग चिह्न देखकर उल्टे पांव दौड़े। आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई। इसके बाद मौके पर गढ़ा बीट के डिप्टी रेंजर महेश चंद्र वन विभाग की टीम सहित मौके पर पहुंचे। बाघ की तलाश जारी है।

लखीमपुर के बाघ का रुख जंगल की ओर

लखीमपुर के रामपुर मक्का में बीती रात्रि अमर सिंह की भुसौरी में घुसे बाघ के अब जंगल की तरफ जाने के संकेत मिले हैं। वन विभाग की कांबिंग के अनुसार बाघ के मिले पगमार्क के अनुसार अब उसके जंगल की तरफ जाने के संकेत मिलने से दहशत का पर्याय बने बाघ की दहशत से ग्रामीणों एवं वन कर्मियों ने कुछ राहत की सांस ली है। बाघ की दहशत के कारण क्षेत्र के ग्राम अयोध्यापुर, मोतीपुर, सिंघहा में बच्चों को स्कूल भेजने में अभिभावक भयभीत थे। जिस कारण वह अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे थे। सिंघहा प्राथमिक स्कूल के प्रधान अध्यापक सुनील कुमार ने बताया कि मोतीपुर के 10 से 15 बच्चों के अभिभावक बाघ के भय के कारण बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। महेशपुर बीट के ग्राम अशर्फीगंज निवासी रामऔतार के खेत में बाघ होने जैसी आज हवा फैली रही, किंतु बीट रक्षक श्याम किशोर शुक्ला ने ऐसी किसी सूचना से इनकार किया है।

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