देवहा नदी के ब्रह्मचारीघाट का नहीं हो रहा जीर्णोद्धार

पीलीभीत : शहर के समीप प्रवाहित हो रही देवहा नदी के ब्रह्मचारीघाट का जीर्णोद्धार नहीं हो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 21 Aug 2018 12:05 AM (IST)
देवहा नदी के ब्रह्मचारीघाट का नहीं हो रहा जीर्णोद्धार
देवहा नदी के ब्रह्मचारीघाट का नहीं हो रहा जीर्णोद्धार

पीलीभीत : शहर के समीप प्रवाहित हो रही देवहा नदी के ब्रह्मचारीघाट का जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है। नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में घाट के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। जीर्णोद्धार की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

देशभर की नदियों को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने की दिशा में केंद्र व राज्य सरकार प्रयास कर रही है। समाज के लोगों को नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। शहर के समीप देवहा नदी प्रवाहित हो रही है, जिसमें खकरा नदी मिलती है। देवहा नदी के किनारे ब्रह्मचारीघाट स्थित है, जहां पर भगवान शंकर का विशाल मंदिर है। अमावस्या समेत कई धार्मिक पर्वों पर ब्रह्मचारीघाट पर श्रद्धालु स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं। घाट ऊबड़-खाबड़ होने की वजह से श्रद्धालुओं को स्नान करने में कठिनाई होती है। नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में सभासदों ने दो साल पहले ब्रह्मचारीघाट जीर्णोद्धार कराने का प्रस्ताव पास किया था, इसके बाद प्रस्ताव को बनाकर जिला प्रशासन के पास भेज दिया गया। वर्तमान में ब्रह्मचारीघाट पर प्रत्येक पूर्णमासी पर गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। ब्रह्मचारीघाट के जीर्णोद्धार किए जाने की बहुत आवश्यकता है। नगर पालिका परिषद की चेयरमैन विमला जायसवाल का कहना है कि ब्रह्मचारीघाट जीर्णोद्धार का प्रस्ताव जिला प्रशासन को पहले भेजा जा चुका है। दोबारा दिखवाया जाएगा। ब्रह्मचारीघाट जाने वाले मार्ग पर रहता गोबर

ब्रह्मचारीघाट जाने वाले मार्ग पर गोबर ही गोबर पड़ा रहता है, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर पालिका के सभासद वतनदीप मिश्र ने बोर्ड बैठक में कई बार ब्रह्मचारीघाट की सफाई कराने की मांग उठा चुके हैं। इस रोड से जानवर देवहा नदी में ले जाया जाता है।

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