Dog Attack : बढ़ती गर्मी से आवारा कुत्ते हो रहे चिड़चिड़े, रहें सावधान
UP News दरअसल जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है वैसे-वैसे शहर में अब आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिल रहा है। क्योंकि भीषण गर्मी और तेज धूप के चलते पानी न मिलने से कुत्ते चिड़चिड़े हो जाते हैं। कहीं आवारा कुत्ते बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं तो कभी वह वाहन से जाने वालों पर हमला कर देते हैं।
संवाद सहयोगी, संभल : शहर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जगह-जगह कुत्तों के झुंड ने आतंक मचा रखा है। कुत्ते हमलावर होकर लोगों को घायल कर रहे हैं। खासकर गर्मी में कुत्ते आमजन के लिए अधिक हमलावर होते हैं।
हयातनगर के तीन बच्चों को एक ही कुत्ते ने काट लहूलुहान कर दिया। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं। नगर पालिका की ओर से एक दिन का अभियान चलाकर उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लोगों ने जल्द ही कुत्तों से निजात दिलाए जाने की मांग की है।
दरअसल, जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, वैसे-वैसे शहर में अब आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिल रहा है। क्योंकि भीषण गर्मी और तेज धूप के चलते पानी न मिलने से कुत्ते चिड़चिड़े हो जाते हैं। कहीं आवारा कुत्ते बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं, तो कभी वह वाहन से जाने वालों पर हमला कर देते हैं। आवारा कुत्तों की समस्या शहर में वर्षों पुरानी है।
नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग इस समस्या से आज तक शहर को मुक्त नहीं कर पाए हैं। स्थिति यह है कि रात के समय शहर के मुहल्लों और मुख्य मार्गों पर दो पहिया वाहनों का आवागमन मुश्किल हो जाता है। आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए लोग गलियों से निकलना कम कर रहे हैं। यही हाल हयातनगर व सरायतरीन का है।
यहां आवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। शहर में कई स्थानों पर अक्सर आवारा कुत्तों के झुंडों को बैठे देखा जा सकता है। आलम यह है कि आवारा कुत्तों से परेशान होकर लोग सुबह व देर रात को घरों से निकलने से भी कतराने लगे हैं।
आवारा कुत्तों के खिलाफ नगर पालिका नहीं चला रही अभियान
नगर पालिका क्षेत्र में दिन प्रतिदिन आवारा कुत्ते हमलावर हो रहे हैं। नगर पालिका आवारा कुत्तों की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई विशेष कदम नहीं उठा रही। इनकी बढ़ती जनसंख्या पर किसी का ध्यान नहीं हैं। शहर के अंदर ऐसी कोई गली और मोहल्ला नहीं जहां आवारा कुत्तों का आतंक न हो। शाम ढलने के बाद शहर के गली-मोहल्लों में पैदल या दुपहिया पर निकलना खतरे से खाली नहीं। दोपहर में भी ये कुत्ते बच्चों को निशाना बनाने से नहीं चूकते।
कुत्ते के काटने पर क्या करें
काटे हुए स्थान को कम से कम 10 से 15 मिनट तक साबुन या डिटोल से साफ करें, जितना जल्दी हो सके एंटी रैबीज वैक्सीन का टीका लगवाएं।
कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर पालिका परिषद की ओर से टेंडर प्रक्रिया की जाती है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर बढ़ते कुत्तों की जनसंख्या पर लगाम लगाया जाएगा।
आनंद कटारिया, डिप्टी कलेक्टर व अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, संभल।