एटीएम कार्ड की क्लोनिग कर करोड़ों की ठगी करने वाले दो विदेशी युवक गिरफ्तार

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल ने डेबिट कार्ड क्ल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 09:22 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 09:22 PM (IST)
एटीएम कार्ड की क्लोनिग कर करोड़ों की ठगी करने वाले दो विदेशी युवक गिरफ्तार
एटीएम कार्ड की क्लोनिग कर करोड़ों की ठगी करने वाले दो विदेशी युवक गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल ने डेबिट कार्ड क्लोन कर ठगी करने वाले दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित नाइजीरिया के रहने वाले हैं और वर्तमान में स्टडी वीजा पर ग्रेटर नोएडा की कासा ग्रांड सोसायटी में रह रहे थे। आरोपित पिछले दो साल में करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। 100 से अधिक मुकदमों में दोनों आरोपित वांछित चल रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 96 रीराइटेबल एटीएम कार्ड (डाटा कॉपी करने वाला कार्ड ) के अलावा कई अन्य सामान बरामद किया है।

एडिशनल डीसीपी साइबर क्राइम अंकुर अग्रवाल ने बताया कि लंबे समय से लोगों की शिकायत मिल रही थी कि डेबिट कार्ड उनकी जेब में रहता है और उनके खाते से निकासी हो जाती है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच की गई तो पता चला ग्रेटर नोएडा के निवासियों के साथ यह घटनाएं अधिक हुईं हैं। ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग एटीएम बूथ की जांच की गई तो दो बूथ में कार्ड क्लोनिग डिवाइस लगी मिली। बूथ के आस-पास निगरानी की गई और सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। जिससे पता चला कि दो विदेशी युवक कार्ड क्लोन कर ठगी का धंधा संचालित कर रहे हैं। साइबर सेल प्रभारी बलजीत सिंह की टीम ने दोनों आरोपितों को बीटा दो कोतवाली क्षेत्र स्थित कासा ग्रांड सोसायटी से गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों की पहचान नाइजीरिया के रहने वाले ओमोन बेंसन ओगबीडे व जोनसन उसारो के रूप में हुई है। ओमोन वर्तमान में ओमीक्रोन तीन सेक्टर स्थित स्टेलर होम्स सोसायटी में रह रहा था। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 96 रीराइटेबल एटीएम कार्ड, दो कार्ड क्लोनिग मोडयूल, दो लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, दो पिनहोल कैमरा, तीन पिनहोल कैमरा बैटर, एक डेटाकार्ड, दो पेनड्राइव, एक मेमोरी कार्ड, 17 सीट डेबिट कार्ड का डाटा, एक हजार रुपये नकद व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद किए गए हैं।

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दिल्ली एनसीआर में थे सक्रिय

साइबर सेल की जांच में पता चला है कि आरोपित ग्रेटर नोएडा के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, गुरुग्राम व फरीदाबाद के एटीएम बूथ में कार्ड क्लोनिग कर ठगी करते थे।

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दबिश के दौरान दूसरी मंजिल से कूदा

पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के लिए जब कासा ग्रांड सोसायटी में दबिश दी तो एक आरोपित दूसरी मंजिल से कूद गया। उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया। आरोपित ने पुलिस को चकमा देकर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसको धर दबोचा। बिना गार्ड वाले एटीएम को बनाते थे निशाना

आरोपित एटीएम बूथ पर लगे कार्ड रीडर पर डाटा स्टोर करने के लिए एक कार्ड क्लोनिंग चिप लगा देते थे। जिसमें एटीएम का उपयोग करने वाले सभी लोगों के कार्ड का पूरा डाटा स्टोर हो जाता था। इसके अलावा एटीएम कीपैड के ऊपर एक पिनहोल (पिन सरीखे छेद वाला) कैमरा लगा देत?े थे। यहा डेबिट कार्ड उपयोग करने वाला व्यक्ति जो पिन नंबर डालता था। वह पिनहोल कैमरे में कैद हो जाता था। दो से तीन दिन में आरोपी चिप और कैमरा निकालकर ले जाते थे। इसके बाद नए एटीएम कार्ड में डाटा फीड कर पिन का उपयोग करते थे। इसके बाद आरोपी 20 से 50 हजार रुपये की रकम कार्ड के जरिए से निकाल लेते थे। यदि खाता मालिक को रुपये कम होने का पता न चला हो और कार्ड ब्लॉक न हुआ हो तो आरोपित फिर से उसकी रकम निकाल लेते थे।  हवाला के जरिये भेजते थे अपने देश रकम

एडिशनल डीसीपी साइबर क्राइम अंकुर अग्रवाल ने बताया कि आरोपी कुछ रकम अपने खर्च के लिए रखते थे। वहीं, बाकी पैसा वह हवाला के जरिए अपने देशों में भेजते थे। पुलिस एनसीआर भर में इनके अन्य साथियों की तलाश भी कर रही है।

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