एओए ने बिल्डर प्रबंधन से मांगे अपने अधिकार

ग्रेटर नोएडा पाई सेक्टर स्थित एक सोसायटी के बिल्डर प्रबंधन पर निवासियों ने गंभीर आरोप लगाए है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि पिछले कई महीनों से सोसायटी में सुविधाओं का अभाव है। सोसायटी के लोग लिफ्ट पार्किंग समेत समेत मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे है। बिल्डर प्रबंधन पर आरोप है कि सोसायटी में एओए (अपार्टमेंट आनर्स एसोसिएशन) का गठन हो चुका है। बावजूद इसके प्रबंधन ने पदाधिकारियों को उनके अधिकारों से वंचित किया हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:46 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 06:46 PM (IST)
एओए ने बिल्डर प्रबंधन से मांगे अपने अधिकार
एओए ने बिल्डर प्रबंधन से मांगे अपने अधिकार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा पाई सेक्टर स्थित एक सोसायटी के बिल्डर प्रबंधन पर निवासियों ने गंभीर आरोप लगाए है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि पिछले कई महीनों से सोसायटी में सुविधाओं का अभाव है। सोसायटी के लोग लिफ्ट, पार्किंग समेत समेत मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। बिल्डर प्रबंधन पर आरोप है कि सोसायटी में एओए (अपार्टमेंट आनर्स एसोसिएशन) का गठन हो चुका है। बावजूद इसके प्रबंधन ने पदाधिकारियों को उनके अधिकारों से वंचित किया हुआ है। नाराज लोग मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से कर चुके है। जिसका संज्ञान लेते हुए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने बिल्डर प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। शुक्रवार को एओए व सोसयटी के लोगों के बीच बैठक हुई। बैठक में लोगों ने बिल्डर प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है।

मामला ग्रेटर नोएडा सेक्टर पाई स्थिति गृह लक्ष्मी सोसायटी का है। सोसायटी में 140 फ्लैट हैं, 120 परिवार रह रहे है। सोसायटी के एओए उपाध्यक्ष जेएन तिवारी ने बताया कि 17 अगस्त 2018 को एओए का गठन हो चुका है। लेकिन बिल्डर ने अभी तक एओए पदाधिकारियों को सोसायटी की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है। आरोप लगाया कि सोसायटी में लिफ्ट रखरखाव, सफाई व्यवस्था की हालत खस्ताहाल है। सुरक्षा रामभरोसे है। मेंटीनेंस के नाम पर मनमानी वसूली के बाद भी लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। लोगों ने बिल्डर प्रबंधन पर एसोसिएशन की डाक गायब कराने का भी आरोप लगाया है। लोगों ने एक बार फिर से सोसायटी की समस्याओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री पोर्टल व ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से शिकायत करने का फैसला लिया है।

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