रस्म अदायगी बनता जा रहा तहसील दिवस
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : प्रशासनिक लावलश्कर के साथ आयोजित होने वाला तहसील दिवस रस्म अदायगी बन
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : प्रशासनिक लावलश्कर के साथ आयोजित होने वाला तहसील दिवस रस्म अदायगी बनता जा रहा है। जिला स्तरीय अधिकारी की मौजूदगी के बावजूद लोगों की शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा। लोग दूर दराज से उम्मीद लिए यहां पहुंचते हैं लेकिन उन्हें मायूसी ही हाथ लग रही है। मंगलवार को दादरी में आयोजित हुए तहसील दिवस में भी कुछ यही स्थिति रही।
दादरी में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस में 106 शिकायतें दर्ज हुई। इसमें मात्र 12 का ही मौके पर निस्तारण हुआ। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दर्ज शिकायत के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की हिदायत दी। सदर तहसील में भी 52 में चार, जेवर में 115 में चार शिकायत निस्तारित हुई। जिलाधिकारी की पहल पर नोएडा में शुरू कराए गए तहसील दिवस में 12 दर्ज शिकायत में एक का भी निस्तारण नहीं हुआ।
चिटहैरा गांव में कैंसर पीड़ितों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग का कैंप लगवाने के लिए तहसील दिवस में कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन कोई पहल नहीं हुई है।
ओम प्रकाश गांधी, समाजसेवी
चिटहैराबिजली की तार जर्जर हो चुकी है। इनकी चपेट में आकर कई मवेशी मर चुके हैं। फसल में आग लगने से किसानों को नुकसान हुआ है।
राजेश भाटी
कस्बे में बंदरों का आतंक है। तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराने पहुंचने पर अधिकारियों ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि बंदर कहां रहेंगे।
अवनीश प्रताप
दादरी कस्बे में सड़क पर फैले कचरे के संबंध में कई बार तहसील दिवस में शिकायत दे चुका हूं। सफाई की कोई कार्रवाई नहीं हुई। कूड़ेदान भी नहीं रखवाए गए हैं।
मनीष
तहसील दिवस में प्राप्त होने वाले शिकायतों की जांच कराई जाती है। इसके लिए अधिकतम पंद्रह दिन का समय निर्धारित है। शिकायतकर्ता से टेलीफोन पर बात कर उससे पूछा जाता है कि वह निस्तारण से संतुष्ट है या नहीं। कुछ मामले ऐसे होते जिनमें जांच की आवश्यकता नहीं पड़ती। लोग झूठी शिकायत भी कर देते हैं। किसी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई न हो जाए, इसलिए जांच के बाद ही कदम उठाया जाता है।
एनपी ¨सह, जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर।