प्रेम कहानी का दुखद अंत, एक साथ जलीं दो प्रेमियों की चिताएं

सम्भल में एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत सभी की आंखों को नम कर गया। दो प्रेमियों ने साथ जीने की कसमें खाई लेकिन अचानक दुनिया को अलविदा कह गए।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 07:35 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 07:35 PM (IST)
प्रेम कहानी का दुखद अंत, एक साथ जलीं दो प्रेमियों की चिताएं
प्रेम कहानी का दुखद अंत, एक साथ जलीं दो प्रेमियों की चिताएं

सम्भल, जेएनएन। धनारी थानाक्षेत्र के ग्राम गढ़ा में प्रेमी प्रेमिका के शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे स्वजनों को सौंप दिया गया। गुरुवार की शाम दोनों के शव गांव लाए गए। दोनों की चिता एक साथ जली। थोड़ी-थोडी दूरी पर चिता सजी। अब जल विहीन हो चुकी महावा नदी के तट पर इनको मुखाग्नि दी गई। दोनों के स्वजनों की आंखों में आंसू थे और वह इस मर्माहत करने वाली घटना से स्तब्ध थे। किसी को भी यह भान नहीं था कि इन दोनों का अंत ऐसे होगा।

यह है पूरा मामला

25 जून को गढा गांव निवासी बिपन्ना का पुत्र बंटी और गांव के तुलसीदास की बेटी सुखिया गांव से गायब हो गए। बंटी की शादी 28 जून को थी और दोनों ने भागने का कदम उठा लिया था। पांच दिन तक दोनों गायब रहे और एक जुलाई को गांव के जंगल में उनके शव पेड़ से लटकते हुए मिले। पुलिस ने इस घटना को खुदकुशी माना और इसी आधार पर जांच की । उधर गुरुवार को दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया और शाम को स्वजनों के सुपुर्द किया गया। जैसे ही शव पहुंचा गांव में स्वजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। दोनों के शव अपने अपने घरों पर लाए गए। कुछ समय में विधि सम्पन्न कर बंटी का शव लेकर उसके भाई संदीप ने जबकि सुखिया के शव को उसके पिता तुलसीदास ने मुखाग्नि दी।

पुलिस भी रही तैनात

दोनों के शव थोड़ी थोड़ी दूरी पर एक साथ ही जले। यहां पर सुरक्षा के तहत धनारी थाना पुलिस की भी तैनाती रही। चूंकि घटना के बाद पुलिस ने दो सिपाहियों की डयूटी प्रेमिका के घर पर लगा दी है क्योंकि प्रेमी के पिता ने बेटे की हत्या किए जाने का शक जाहिर किया था। कोई अनहोनी न हो इसके लिए पुलिस ने एहतियातन सुरक्षा लगाई है।

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