Indian Railways : अब स्थानीय खाने का चयन करेगा मंडल रेल प्रशासन, यात्रियों को भी मिलेगी सुविधा
रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय प्रचलित खाना यात्रियों को जल्द ही मिलना शुरू हो जाएगा। मुरादाबाद स्टेशन पर शीघ्र ही सुगंध की नमकीन मिलनी शुरू हो जाएगी। रेल प्रशासन ने पैकेट बंद खाने का चयन करने का अधिकार मंडल रेल प्रशासन को सौंप दिया है।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय प्रचलित खाना यात्रियों को जल्द ही मिलना शुरू हो जाएगा। मुरादाबाद स्टेशन पर शीघ्र ही सुगंध की नमकीन मिलनी शुरू हो जाएगी। रेल प्रशासन ने पैकेट बंद खाने का चयन करने का अधिकार मंडल रेल प्रशासन को सौंप दिया है।
रेलवे स्टेशन या ट्रेन में किस कंपनी के पैकेट बंद खाने की बिक्री होगी या किस कंपनी का बोतल बंद पानी, कोल्ड ड्रिक, दूध आदि की बिक्री की जाएगी, पहले यह जोनल रेलवे द्वारा निर्धारित किया जाता था। जोनल रेल द्वारा निर्धारित पैकेट बंद खाने की बिक्री स्टेशन परिसर पर की जाती है। रेलवे बोर्ड ने स्थानीय प्रचलित पैकेट बंद खाने की बिक्री कराने के लिए जोनल रेलवे के स्थान पर मंडल रेल प्रशासन को चयन करने का अधिकार दे दिया है। मंडल रेल प्रशासन मंडल ने प्रमुख रेलवे स्टेशनों के क्षेत्र में पैकेट बंद खाने को स्टेशन परिसर व ट्रेन के अंदर बिक्री कराने का प्रयास शुरू कर दिया है। पैकेट बंद खाना बेचने वाली कंपनियों से आवेदन करने का अनुरोध किया जा रहा है। रेलवे के मानक को पूरा करने वाली कंपनी को स्टेशन परिसर में खाना बेचने की अनुमति दे दी जाएगी।
मुरादाबाद शहर में सुगंध की नमकीन और बिस्कुट काफी प्रचलित है। सुगंध बेकरी संचालक ने स्टेशन परिसर व ट्रेन में पैकेट बंद नमकीन बेचने का आवेदन किया था। मानक पूरा होने पर सुगंध के नमकीन की बिक्री करने के लिए अनुमति दे दी गई है। पराग का डब्बा बंद खीर व दही भी काफी प्रचलित है। पराग कंपनी से भी स्टेशन पर खान-पान बेचने के लिए आवेदन करने का अनुरोध किया गया है। मंडल रेल प्रशासन दोबारा खान-पान का निर्माण करने वाली कंपनियों से आवेदन मांगने जा रहा है। मुरादाबाद मंडल से गुजरने वाले यात्रियों को प्रमुख स्टेशनों पर वहां से प्रचलित पैकेट बंद खाना मिल पाएगा।
प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि स्टेशन पर व ट्रेन में पैकेट बंद खाने व पीने के सामान की बिक्री होगी। इसका चयन मंडल रेल प्रशासन द्वारा करने का अधिकार मिल गया है। इसके लिए समय समय पर कंपनियों से आवेदन मांगे जाते हैं। रेलवे के मानक को पूरा करने वाली कंपनियों को खान-पान बेचने की अनुमति दी जाती है। इस व्यवस्था के बाद स्थानीय प्रचलित खान-पान स्टेशनों व ट्रेनों में उपलब्ध होगा।
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