ट्रेन-18 के इंजन की बिजली से दौड़ेंगी ट्रेनें

रेलवे मेक इन इंडिया के साथ ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर होने का प्रयास कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 08:10 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 08:10 AM (IST)
ट्रेन-18 के इंजन की बिजली से दौड़ेंगी ट्रेनें
ट्रेन-18 के इंजन की बिजली से दौड़ेंगी ट्रेनें

मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया) : रेलवे मेक इन इंडिया के साथ ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर होने का प्रयास कर रहा है। धीरे-धीरे डीजल इंजन को हटाकर इलेक्ट्रिक इंजन चलाने की तैयारी में जुटी है। इसके अलावा सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने के लिए राजस्थान में पावर हाउस स्थापित किया है। मुरादाबाद रेल मंडल में बरेली व रोजा के बीच प्लांट लगाया जाना है। बिजली की बचत के लिए रेलवे के इंजीनियर आधुनिक इंजन जी-5 इंजन तैयार कर चुके हैं। इससे ट्रेन तो चलेगी ही, बिजली का भी उत्पादन होगा। इसी की तर्ज ट्रेन-18 को चेन्नई कोच फैक्ट्री में तैयार किया गया है। अब यह ट्रेन मुरादाबाद ट्रायल के लिए आ चुकी है। कैसे उत्पादित होगी बिजली आधुनिक इंजन और ट्रेन में शक्तिशाली डायनमो लगाया गया है, जो पहिये से जुड़ा होता है। इसके जरिये इंजन और ट्रेन की रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे की होते ही बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। इंजन में बिजली को संग्रहित करने और वापस ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) में भेजने के लिए उपकरण लगाए गए हैं। यह बिजली ओएचई के जरिये रेलवे के पावर हाउस पहुंच जाएगी। बाहरी बिजली से नहीं होगा टकराव बाहरी और ट्रेन से उत्पादन होने वाली बिजली के टकराव को रोकने के लिए सिस्टम लगाए गए हैं। यह सिस्टम हाई वोल्टेज को रोकेंगे। उत्पादित बिजली की खपत पहले इंजन करेगा। इससे बाहरी बिजली की खपत कम होगी। इस व्यवस्था के बाद रेलवे को बिजली पर कम खर्च करना पड़ेगा। इंजन जी-5 तैयार : डीआरएम

बिजली उत्पादन करने के लिए रेलवे ने इंजन जी-5 तैयार किया है। ट्रायल के लिए पहुंची ट्रेन-18 में भी यह सुविधा है। इसके द्वारा ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। नई तकनीक का उपयोग कर रेलवे को ऊर्जा के क्षेत्र में कम खर्च करना पड़ेगा और ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर भी हो पाएंगे।

-अजय कुमार सिंघल, मंडल रेल प्रबंधक

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