ट्वीट कर बीएसए पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, अधिकारी ने भेजा 10 लाख की मानहानि का नोटिस

कुछ दिन पहले बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्वेटर वितरण में लापरवाही बरतने पर तीन प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद पंकज कुमार शर्मा ने अखबार में छपी इस खबर की कटिंग को लेकर ट्वीटर पर डाल दिया था। बीएसए के नाम पर कई आरोप लगाए थे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 08:40 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 08:40 AM (IST)
ट्वीट कर बीएसए पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, अधिकारी ने भेजा 10 लाख की मानहानि का नोटिस
लिखित माफी मांगने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दिया दस दिन का समय।

मुरादाबाद, जेएनएन। आशियाना स्थित अंब्रीन हॉस्पिटल के पास रहने वाले पंकज प्रताप शर्मा को बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार के खिलाफ एक ट्वीट करना भारी पड़ गया है। सार्वजनिक तौर पर उनके द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप के विरोध में सोमवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। इसमें बीएसए ने दस दिन के अंदर लिखित माफी मांगने या फिर दस लाख रुपये मानहानि भरने को कहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार का कहना है कि सार्वजनिक तौर पर पंकज शर्मा ने ट््वीट पर मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिससे मेरी छवि धूमिल हुई है।

दरअसल, कुछ दिन पहले बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्वेटर वितरण में लापरवाही बरतने पर तीन प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद पंकज कुमार शर्मा ने अखबार में छपी इस खबर की कटिंग को लेकर ट्वीटर पर डाल दिया था। साथ ही बीएसए का नाम लिखते हुए उन पर कई आरोप लगाए थे। पंकज शर्मा ने बीएसए पर जानबूझ कर शिक्षकों का वेतन रोकने व निलंबित कर पैसा वसूलने के आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था, जिसको संज्ञान मेें लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पंकज शर्मा को मानहानि का नोटिस भेजा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार का कहना है कि ट्वीटर पर जो आरोप लगाए गए हैं वह बेबुनियाद हैं। इससे मेरी और विभाग की छवि धूमिल हुई है, जिसके लिए कानूनी नोटिस भेजा गया है। अगर, दस दिन के अंदर लिखित माफी नहीं मांगी जाती है तो कानूनी कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा। 

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