ज्ञान व वैराग्य के संगम स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलें युवा : प्रो. ब्रह्मादेव

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों द्वारा किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 11:11 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:07 AM (IST)
ज्ञान व वैराग्य के संगम स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलें युवा : प्रो. ब्रह्मादेव
ज्ञान व वैराग्य के संगम स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलें युवा : प्रो. ब्रह्मादेव

जासं, चुनार (मीरजापुर) : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों द्वारा किया गया। अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. ब्रह्मादेव ने स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र का उल्लेख करते हुए उनके आदर्शो को जीवन में उतारने का आह्वान छात्र-छात्राओं से किया।

प्राचार्य ने कहा कि धन और संपत्ति से बढ़कर ज्ञान व वैराग्य है। जिसका संगम स्वामी विवेकानंद के जीवन से परिलाक्षित होता है। स्वामीजी के 'उठो जागो और लक्ष्य तक पहुंचे बिना रुको मत' वाक्य की सीख पर चलने की सलाह छात्र-छात्राओं को दी। इसके पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों द्वारा सामान्य एक दिवसीय शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय परिसर के स्वच्छता अभियान के साथ हुआ। जिसमें स्वयंसेवक एवं स्वयं सेविकाओं ने झाड़ियों की सफाई की। संगोष्ठी का शुभारंभ प्राचार्य द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। जिसमें स्वयंसेवक एवं सेविकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम अधिकारी डा. दीप नारायण ने स्वागत तथा संचालन व आभार प्रदर्शन डा. माधवी शुक्ला ने किया। डा. राजेंद्र कुमार, डा. रजनीश, डा. अरुणेश ने भी विचार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में डा. कुसुमलता, डा. शेफालिका, डा. नलिनी, डा. प्रभात कुमार, डा. राजेश कुमार, डा. राजेश दुबे, डा. चंदन साहू आदि थे।

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