मंडलीय चिकित्सालय में समय से नहीं बैठते डॉक्टर, मरीज परेशान

मंडलीय चिकित्सालय में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा ड्यूटी से आए दिन लापरवाही बरतने के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इलाज न होने के चलते मरीज दर्द से कराह रहे हैं। डाक्टरों के गायब रहने से उनको निजी चिकित्सालय में जाना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 09:09 PM (IST) Updated:Thu, 20 Feb 2020 09:09 PM (IST)
मंडलीय चिकित्सालय में समय से 
नहीं बैठते डॉक्टर, मरीज परेशान
मंडलीय चिकित्सालय में समय से नहीं बैठते डॉक्टर, मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मंडलीय चिकित्सालय में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा ड्यूटी से आए दिन लापरवाही बरतने के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इलाज न होने के चलते मरीज दर्द से कराह रहे हैं। डाक्टरों के गायब रहने से उनको निजी चिकित्सालय में जाना पड़ रहा है। जहां पैसे तो खर्च हो रहा है परेशानी भी हो रही है।

प्रदेश सरकार की ओर से मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा दिए जाने का लाख दावा किया जा रहा हो लेकिन हकीकत कुछ और ही है। सरकार के मंसूबों पर उनके ही सरकारी डाक्टर पानी फेरने में लगे हैं। एक तो पहले ही मंडलीय चिकित्सालय में सुविधाओं का अभाव है दूसरे जो कर्मचारी है वे भी समय से न बैठ रहे हैं न ही काम कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। अधिक भीड़ होने के चलते उनको परेशानी भी उठानी पड़ रही है। कुछ ही ऐसे डाक्टर हैं तो समय पर आते हैं और अपना काम कर वापस जाते हैं लेकिन अधिकांश डाक्टर कागजों पर केवल काम कर रहे हैं जबकि उनकी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। मड़िहान निवासी सूरज कुमार गुरुवार को चोट लगने के कारण मंडलीय चिकित्सालय में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टरों को दिखाने आया था। लेकिन कोई डाक्टर सुबह साढ़े नौ बजे तक अपने कमरे में नहीं बैठा था। इसी प्रकार रामविलास निवासी कोन ब्लाक घुटने में दर्द होने पर डेढ़ बजे चिकित्सालय पहुंचे तो कोई डाक्टर नहीं मिला। जबकि दो बजे तक बैठने का समय निर्धारित है। वर्जन

सभी डॉक्टर समय से बैठ रहे हैं। अगर कोई लापरवाही कर रहा है तो उसको चेतावनी दी जाएगी। नहीं सुधार होगा तो कार्रवाई भी होगी।

--आलोक कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक मंडलीय चिकित्सालय

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