कोरोना से घबराएं नहीं, स्वच्छता संग बरतें सावधानी

कोरोना बीमारी से घराबए नहीं क्योकि इसके वायरस बीच बीच में पनफते रहते हैं। इसका कोई इलाज नहीं है। सावधानी ही इसका बचाव है। कोई भी काम करने से पहले 20 सेकेंड तक सेनेटाइजर लोशन से अपने हाथ को धोए। अगर सेनेटाइजर लोशन नहीं है तो साबुन से अल्छी तरह से धो ले।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Mar 2020 06:50 PM (IST) Updated:Wed, 18 Mar 2020 10:51 PM (IST)
कोरोना से घबराएं नहीं, स्वच्छता संग बरतें सावधानी
कोरोना से घबराएं नहीं, स्वच्छता संग बरतें सावधानी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना वायरस से घबराएं नहीं, क्योंकि इसके वायरस बीच-बीच में पनपते रहते हैं। फिलहाल इसका कोई इलाज नहीं हैं, लेकिन सावधानी से बचाव किया जा सकता है। सभी लोगों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है, बल्कि जो पीड़ित हैं वही मास्क लगाएं और उनकी देखभाल करने वाले भी मास्क लगाएं तो बेहतर है। इसके लिए वायरस रहित करने के लिए अपने हाथों में सैनिटाइजर लगाएं। अगर सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो साबुन से अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। यही नहीं, अपने हाथों से नाक, आंख व मुंह पर बार बार नहीं छुएं। खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक पर रूमाल रखें जिससे दूसरे लोग प्रभावित न हों। ऐसे में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराएं लेकिन वहां जाते समय मॉस्क या साफ गमछे से मुंह ढंक कर ही जाएं। भीड़-भाड़ वाले इलाके में कतई न जाएं। अधिक जरूरी हो तभी यात्रा करें अन्यथा अपने घर पर ही रहें। अगर कोई पीड़ित हो या फिर विदेश से आया हो तो इसकी जानकारी तत्काल स्वास्थ्य विभाग के फोन नंबर- 05442252337 पर जानकारी दें जिससे उसकी जांच कराई जा सके। ये बातें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व कोरोना रोग के नोडल अधिकारी डा. अजय कुमार ने दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो डॉक्टर में कही। प्रस्तुत है पाठकों के सवाल व जवाब के प्रमुख अंश-

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सवाल - कोरोना वायरस से कैसे बचें ।

जवाब - इस रोग से बचने के लिए सावधानी बरतें। कोई भी काम करने के बाद साबुन से साथ धोएं, साफ-सफाई रखें। भीड़-भाड़ वाले इलाके में नहीं जाएं। घर में रहें।

सवाल - किसी को रोग हो जाए तो इलाज की क्या सुविधा है।

जवाब - सबसे पहले मरीज की जांच कराई जाती है। जांच रिपोर्ट में रोग की पुष्टि होने पर उसे सुरक्षा में एंबुलेंस से बीएचयू इलाज के लिए भेजा जाएगा।

सवाल - कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या क्या करे।

जवाब - भीड़ भाड़ वाले इलाके में न जाए। अधिक यात्रा नहीं करे। कोई विदेश से आया है और सर्दी जुकाम से पीड़ित है तो उससे तीन मीटर की दूरी बनाए रहे। साबुन से हाथ धोएं।

सवाल - तीन दिन से बुखार आ रहा है क्या मै कोरोना वायरस से पीड़ित हो सकता हूं।

जवाब - अगर आप विदेश से आए हैं और किसी कोरोना मरीज के संपर्क में रहे हैं तो हो सकते हैं। जांच करा ले। यहां रहते हैं तो मौसमी बीमारी है। डरने की जरुरत नहीं है।

सवाल - कड़ी धूप में यह वायरस काम नहीं करता है क्या ।

जवाब - जी है। टंपरेचर बढ़ने पर यह वायरस प्रभावित करता है। फिलहाल सावधानी बरते। साबुन से हाथ धोएं और भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें।

सवाल - दो दिन से खासी आ रही है क्या यह कोरोना के लक्षण हैं।

जवाब - नहीं ऐसा नहीं है। आप विदेश से आए है या किसी कोराना वायरस मरीज के संपर्क में रहें तो जांच करा लें। नहीं तो यह मौसमी बीमारी हैं। कालपाल लेकर खा ले।

सवाल - सैनिटाइजर लोशन से हाथ धोना जरूरी है।

जवाब - ऐसा नहीं है। सैनिटाइजर नहीं है तो साबुन से भी 20 सेकेंड तक हाथ धो सकते हैं।

सवाल - कोरोना बीमारी के लक्षण क्या हैं।

जवाब - सर्दी, जुकाम, खांसी तथा बुखार आना इसका लक्षण है लेकिन यह जरूरी नहीं है ऐसा है तो वह इस बीमारी से ग्रसित है। जांच के बाद ही यह पुष्टि होगी कि वह कोरोना बीमारी से ग्रसित हैं। मौसम के कारण भी बीमार हो सकता है।

सवाल - कोरोना वायरस क्या है। यह कैसे हुआ।

जवाब - कोरोना वायरस पहले भी रहा है लेकिन इतना एफैक्टिव नहीं था। इसके जिन में कुछ बदलाव आया है जिससे यह लोगों को प्रभावित करने लगा है।

सवाल - कोरोना वायरस से कैसे बचें।

जवाब - सावधानी बरतें। भीड़ भाड़ वाले इलाके में न जाएं। यात्रा कम करे। जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। किसी विदेशी के संपर्क में न आएं। रहे भी तो तीन फीट की दूरी पर रहे।

सवाल - कोरोना रोग सबसे अधिक किसको प्रभावित करता है।

जवाब - यह रोग सबसे अधिक बच्चों और बुजुर्गो को प्रभावित करता है क्यों इनके में बीमारी से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम होती। इसलिए जल्द इनकी जद में आ जाते हैं।

सवाल - कोरोना रोग के क्या क्या लक्षण हैं।

जवाब - सर्दी जुकाम, बुखार आना इसका मुख्य लक्षण हैं।

सवाल - इसके वायरस किस तरह के होते हैं

जवाब - कोराना वायरस पानी की तरह होते हैं। अगर कोई मरीज इससे प्रभावित है तो उसके खांसते और छींकते समय पानी की तरह उसके अंदर से निकलते हैं।

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इन्होंने पूछे सवाल

कौशलेश कुमार सिंह डिगुरपट्टी, डा. पुष्पेंद्र सिंह नीबी गहरवार, राजेश यादव मलाधरपुर चील्ह, बृजेश विक्रम सिंह चुनार, दीनानाथ तिवारी खुलुआ चील्ह, रमाकांत तिवारी रामपुर अतरी, मुन्ना विश्वकर्मा भेवर करमनपुर पड़री, श्यामबाबू बेलतर कटरा, अधिवक्ता मनोरमा नगर, भोलानाथ यादव झिगुरा, श्यामजी विध्याचल, रत्नाकर पांडेय हाजीपुर, विनोद सिंह कोटवा घीसाराम, सुरेंद्र दूबे बबुरा हर दयाल हलिया शामिल हैं।

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