CM के निर्देश पर स्कूल स्वच्छता अभियान आज से, लेकिन शिक्षक नहीं राजी Meerut News

CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार से ही स्कूल खुल जाएंगे और स्कूल स्वच्छता अभियान की शुरुआत होगी लेकिन शिक्षक इसके लिए राजी नहीं हैं।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Tue, 25 Jun 2019 03:33 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jun 2019 03:33 PM (IST)
CM के निर्देश पर स्कूल स्वच्छता अभियान आज से, लेकिन शिक्षक नहीं राजी  Meerut News
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मेरठ,जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार 25 जून से ही स्कूल खुल जाएंगे। बच्चों के लिए तो स्कूल सोमवार एक जुलाई को ही खुलेंगे, लेकिन इसी मंगलवार से स्कूलों में साफ-सफाई कराई जाएगी। इसमें माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले सभी हाईस्कूल व इंटर कॉलेज और बेसिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले सभी प्राइमरी व उच्च प्राइमरी स्कूल हैं। शिक्षा विभाग के साथ ही स्कूलों के प्रिंसिपल व शिक्षकों को एक जुलाई से पहले स्कूलों में स्वच्छता अभियान चलाने को कहा गया है, जिससे बच्चों के स्कूल पहुंचने पर स्वच्छता और पठन-पाठन का माहौल बेहतर रहे।
28 से करेंगे स्कूलों का निरीक्षण
स्कूलों में स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए जिविनि व बीएसए कार्यालयों की ओर से स्कूलों के निरीक्षण भी किए जाएंगे। 28 जून से जिविनि स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और स्कूलों की रिपोर्ट देंगे। इसी तरह बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से भी स्कूलों का निरीक्षण कर उनकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। स्कूलों की सफाई में स्कूल परिसर, प्रत्येक कक्षा कक्ष, खेलने का मैदान, बैठने के टेबल, प्रशासनिक भवन आदि में सफाई करनी है। उसी आधार पर स्कूलों की रिपोर्ट भी तैयार होगी।
स्कूलों की सफाई के लिए छुट्टी नहीं छोड़ेंगे शिक्षक
स्कूलों में बच्चों को अपने आसपास स्वच्छता रखने का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक स्कूलों की सफाई के लिए अपनी छुट्टी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। 25 जून को स्कूल खोलकर सफाई कराने के निर्देश का विरोध एक-दो शिक्षक नहीं, बल्कि शिक्षक संगठन ही करने लगे हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की एक बैठक सोमवार को इसी विषय पर एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा और एमएलसी हेम सिंह पुंडीर की अध्यक्षता में हुई।
मौलिक अधिकारों का हनन बताया
इस बैठक में उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सफाई व्यवस्था से दूर-दूर तक कभी कोई सरोकार नहीं रहा है। यह कार्य स्कूल स्टाफ का है। बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि शिक्षक अपने मौलिक अधिकारों का हनन किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। शिक्षक नियमावली में इस तरह की किसी भी सेवा का उल्लेख न होने के कारण शिक्षक समुदाय अपने ग्रीष्म अवकाश का परित्याग कर 25 जून से स्कूल नहीं जाएंगे और वह एक जुलाई से ही स्कूल जाएंगे। शिक्षक समुदाय को यह भी समझना चाहिए कि शिक्षक नियमावली में जो नहीं लिखा उसे तो कड़ाई से मान रहे हैं, लेकिन जो कुछ भी लिखा है उसका अनुपालन कितनी कड़ाई से किया जा रहा है।
इनका कहना है
स्कूलों में मंगलवार से ही सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं। 28 जून से स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा और यह सुनिश्चित करेंगे कि एक जुलाई के पूर्व अधिक से अधिक स्कूलों में सफाई पूरी हो सके।
- गिरजेश कुमार चौधरी, जिविनि
बच्चों के लिए स्कूल एक जुलाई को ही खुलेंगे, लेकिन उससे पहले शिक्षकों को अपने स्कूल में पहुंचकर स्वच्छता सुनिश्चित करानी है। जिससे स्कूलों का वातावरण बच्चों के लिए बेहतर हो सके।
- सतेंद्र कुमार, बीएसए
फरमान पर शिक्षकों में रोष
प्रदेश सरकार की ओर से अचानक आए इस दिशा निर्देश को बेसिक व माध्यमिक शिक्षक एक फरमान की तरह देख रहे हैं। छुट्टी से पहले जहां शिक्षक स्कूलों में आना नहीं चाह रहे हैं वहीं उनका तर्क है सफाई स्कूल प्रबंधन का कार्य है न कि शिक्षकों का।
नहीं हैं सफाई कर्मचारी
माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के राजकीय हाईस्कूल में कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियुक्त नहीं हैं। यहां नियुक्त शिक्षक किसी तरह स्थानीय मदद से स्कूल में सफाई कराते हैं। परिषदीय स्कूलों में भी साफ-सफाई का बजट में कोई प्रावधान नहीं है। 

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