हस्तिनापुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, बोले- जंबूद्वीप पहुंचकर बहुत शांति मिली, मैं आता रहूंगा...

अपने तीन दिवसीय दौरे पर हस्तिनापुर पहुंचे संघ प्रमुख ने रविवार को मंदिरों के दर्शन किए। मंदिर में पहुंचकर मोहन भागवत ने वहां का इतिहास जाना और विधि-विधान से पूजा अर्चना की। सुरक्षा की दृष्टि से जंबूद्वीप की तरफ जाने वाली सड़क पर पुलिसबल तैनात है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 19 Mar 2023 10:56 AM (IST) Updated:Sun, 19 Mar 2023 12:03 PM (IST)
हस्तिनापुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, बोले- जंबूद्वीप पहुंचकर बहुत शांति मिली, मैं आता रहूंगा...
Meerut News: हस्तिनापुर के जंबूद्वीप में मोहन भागवत का किया अभिनंदन।

हस्तिनापुर-मेरठ, जागरण टीम। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डा. मोहन राव भागवत ने रविवार को हस्तिनापुर स्थित पांडेश्वर महादेव और कर्ण मंदिर के दर्शन किए। भागवत भारतीय किसान संघ के तत्वावधान में जंबूद्वीप में चल रहे तीन दिवसीय गो आधारित जैविक कृषि महासम्मेलन में भाग लेने आए हैं।

कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचे मंदिर

संघ प्रमुख सुबह 9:00 बजे जेड प्लस-प्लस सुरक्षा कवच के बीच पांडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। मंदिर के महंत मंगलागिरी महाराज ने संघ प्रमुख को दर्शन कराए। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने पांडेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास जाना। इसके बाद संघ प्रमुख का काफिला कर्ण मंदिर के लिए निकल पड़ा।

पटका पहनाकर किया महंत ने स्वागत

कर्ण मंदिर के महंत स्वामी शंकरदेव ने पटका पहनाकर संघ प्रमुख का स्वागत किया। मंदिर में मां भगवती के दर्शन कर विश्व शांति के लिए आशीर्वाद मांगा। दोनों मंदिरों में सरसंघचालक करीब दस मिनट रुके। दर्शन करने के बाद मोहन भागवत जंबूद्वीप लौट गए। 

किसानों को किया संबोधन

जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर में चल रहे त्रिदिवसीय भारतीय किसान संघ के सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत का आगमन जम्बूद्वीप स्थल पर हुआ, जिसमें उनके द्वारा कार्यक्रम में अनेक सत्र के माध्यम से किसानों को संबोधन दिया गया।

हस्तिनापुर आकर बहुत शांति का अनुभव हुआ

संस्थान के प्रमुख विजय कुमार जैन ने संघ प्रमुख भागवत का जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर पहुंचने पर कमेटी की ओर से अभिनंदन किया। तीर्थ के विषय में जानकारी देते हुए विस्तृत चर्चा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डा मोहन राव भागवत ने कहा कि मुझे हस्तिनापुर आकर बहुत शांति का अनुभव हुआ। मैं यहां आता रहूंगा। इस दौरान संस्थान के प्रतिनिधियों के द्वारा माननीय मोहन भागवत का स्वागत सम्मान किया गया। जिसमें शॉल, अंगवस्त्र, संस्थान के द्वारा प्रकाशित साहित्य एवं जम्बूद्वीप की प्रतिकृति का प्रतीक चिन्ह सरसंघचालक को विजय कुमार ने समिति के सदस्यों के साथ प्रदान किया।

पूज्य ज्ञानमती की कर्मभूमि पर आने का अवसर मिला

मोहन भागवत ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य कि जम्बूद्वीप तीर्थ पर प्रवास का अवसर प्राप्त हुआ। पूज्य ज्ञानमती की कर्मभूमि पर आने का अवसर मिला। यह समापन नहीं प्रारंभ है। अब मैं हस्तिनापुर में इस स्थल पर आता रहूंगा। बहुत शांतपूर्ण एवं आध्यात्मिक ऊर्जा से सम्पन्न है यह क्षेत्र। इस अवसर पर संघ प्रमुख भागवत को अध्योया में विराजमान गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के दर्शन के लिए आमंत्रण दिया गया।

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