डाकघरों में भी मिल रहे हैं एलईडी बल्ब, बिल दिखाएं और ले जाएं
डाकघर करेंगे आपके घर में उजाला कैंट स्थित प्रधान डाकघर में बुधवार को यह सुविधा शुरू बिजली की बढ़ती मांग को नियंत्रित करने के अभियान के तहत ईईएसएल कंपनी के सस्ते एलईडी बल्ब अब डाकघर पर भी मिलेंगे। कैंट स्थित प्रधान डाकघर में बुधवार को यह सुविधा शुरू हो गई। गुरुवार से शहर प्रधान डाकघर, कचहरी और मेडिकल कालेज डाकघर पर भी एलईडी बल्ब मिलने लगेंगे।
मेरठ : बिजली की बढ़ती मांग को नियंत्रित करने के अभियान के तहत ईईएसएल कंपनी के सस्ते एलईडी बल्ब अब डाकघर पर भी मिलेंगे। कैंट स्थित प्रधान डाकघर में बुधवार को यह सुविधा शुरू हो गई। गुरुवार से शहर प्रधान डाकघर, कचहरी और मेडिकल कालेज डाकघर पर भी एलईडी बल्ब मिलने लगेंगे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से संबद्ध ईईएसएल कंपनी ने योजना के तहत चीफ पोस्टमास्टर जनरल लखनऊ से अनुबंध किया है। उक्त योजना में प्रदेश के सभी प्रमुख डाकघरों पर रियायती दर पर एलईडी बल्ब उपलब्ध कराए जाएंगे। कैंट प्रधान डाकघर में बुधवार को प्रवर अधीक्षक पीडी रैगर, सीनियर पोस्टमास्टर राजेश कुमार, उपाधीक्षक चंद्रपाल और बिजनेस पोस्ट प्रबंधक एमएस वर्मा ने संयुक्त रूप से एलईडी बल्ब वितरण कार्य की शुरुआत की। सीनियर पोस्टमास्टर ने बताया कि ईईएसएल के नौ वाट के एलईडी बल्ब 'उजाला' नाम से उपलब्ध हैं, जिसकी कीमत जीएसटी समेत 70 रुपये है। उपभोक्ता वास्तविक विद्युत बिल प्रस्तुत कर एक बार में 10 बल्ब प्राप्त कर सकते हैं। गुरुवार से सिटी प्रधान डाकघर, कचहरी और मेडिकल कालेज डाकघर में भी एलईडी बल्ब उपलब्ध होंगे। डाकघर को प्रति बल्ब आठ रुपये कमीशन मिलेगा। जबकि मांग के अनुरूप बल्ब की बिक्री के लिए डाकघर में अलग से काउंटर भी स्थापित किया जाएगा। सीनियर पोस्टमास्टर राजेश कुमार ने बताया कि जल्द ही एलईडी ट्यूबलाइट व बिजली कम खपत वाला छत का पंखा भी उपलब्ध होगा। दीवाली बाद लगेंगे स्मार्ट विद्युत मीटर जासं, मेरठ : गलत बिल, मीटर रीडिंग समेत तमाम समस्याओं से उपभोक्ताओं को निजात दिलाने के लिए पीवीवीएनएल दीवाली के बाद स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू करेगा, जो कि मेरठ शहर के खंड तीन के विकासपुरी बिजलीघर से शुरू होगा। ऊर्जा निगम के अधिकारियों की बैठक में कार्यदायी संस्था ईईएसएल के प्रतिनिधियों ने स्मार्ट मीटर की कार्यप्रणाली का प्रदर्शन किया। दावा किया कि स्मार्ट मीटर गलत बिल की समस्या का स्थायी समाधान कर देगा। प्रीपेड, पोस्टपेड और नेट मीट¨रग की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही मीटर रीडर और लाइनमैन की मनमानी की समस्या भी खत्म होगी। स्मार्ट मीटर की रीडिंग कंट्रोल रूम से होगी। बैठक में एमडी आशुतोष निरंजन ने बताया कि पश्चिमांचल में 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिनकी मदद से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। साथ ही बिजली चोरी पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा।