पढ़िए मेरठ में कब तक कम होगी कोरोना की तीसरी लहर, 394 नए मरीज मिले

Meerut Corona News Update मेरठ में कोरोना के नए मरीजों की संख्‍या लगातार गिरावट देखी जा रही है। अब संक्रमण दर 5.87 प्रतिशत है। सोमवार को एक मरीज की मौत हो गई। 38 भर्ती अस्‍पतालों में भर्ती हैं। अभी कोरोना सावधानी को अपनाएं रखें।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 07:53 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 07:53 AM (IST)
पढ़िए मेरठ में कब तक कम होगी कोरोना की तीसरी लहर, 394 नए मरीज मिले
Meerut Coronavirus Update कोरोना का नया वैरियंट तेजी के साथ खत्‍म भी हो रहा है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण में दस प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को 6712 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें 394 में वायरस मिला। वहीं, लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती 37 साल की महिला की एक दिन पहले मौत हुई थी, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पाजिटिव आई। महिला ने जहर खाया था। उधर, सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि नया वैरिएंट तेजी से संक्रमित होने के साथ खत्म भी तेजी से होता है।

संक्रमण दर की प्रतिशत भी घटी

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि रविवार को संक्रमण दर 15 प्रतिशत से ज्यादा थी जो अगले दिन 5.8 प्रतिशत रह गई। 38 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। 4165 मरीज आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि 4203 एक्टिव मरीज हैं। 1430 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या दस से कम बनी हुई है। वार्ड प्रभारी डा. धीरज राज ने बताया कि संक्रमण कतई खतरनाक नहीं है। सामान्य फ्लू जैसे लक्षण उभरते हैं, और मरीजों में आक्सीजन की मात्रा नहीं गिर रही है।

इनका कहना है

वायरस की संक्रामकता को देखकर ऐसा लगता है कि ये सभी तक पहुंचेगा। बेहद हल्के लक्षण उभरेंगे। आगामी 15 दिन में लहर काफी हद तक कम हो जाएगी। संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाने एवं हाथ साफ रखना जरूरी है।

- डा. वीरोत्तम तोमर, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ

1121 टीमों ने घर-घर खोजा कोविड मरीज

मेरठ : स्वास्थ्य विभाग के सर्विलांस सेल ने सोमवार से घर-घर पहुंचकर कोविड मरीज खोजना शुरू कर दिया। 1121 टीमों ने 1.7 लाख से ज्यादा घरों की पड़ताल की, जिसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के 2923 लोग ऐसे मिले, जिन्हें कोविड टीका नहीं लगा था। 720 लोगों में सर्दी, जुकाम, खांसी एवं बुखार के लक्षण मिलने से पर उन्हें कोविड जांच के लिए कहा गया। घरों पर स्टीकर लगाए गए, जिस पर कंटोल रूम का नंबर समेत कई जानकारियां अंकित हैं। 1891 गर्भवती महिलाएं मिलीं, जिन्हें टीका लगाने के लिए सूचीबद्ध किया गया।

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