तालाबों को संवार लेते तो भूजल से लबालब होती धरती

मेरठ । तालाबों को संवार कर जीर्णोद्धार कराने के प्रशासन के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। वर्षभर पान

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jun 2018 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jun 2018 06:00 AM (IST)
तालाबों को संवार लेते तो भूजल से लबालब होती धरती
तालाबों को संवार लेते तो भूजल से लबालब होती धरती

मेरठ । तालाबों को संवार कर जीर्णोद्धार कराने के प्रशासन के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। वर्षभर पानी से लबालब रहने वाले तालाब पानी को तरस रहे हैं। कायाकल्प तो दूर, तालाबों की सफाई तक नहीं करायी गई है। पानी की तरह पैसा बहाने के बाद भी पानी का रास्ता नहीं होने से तालाबों में जलसंचय नहीं हो पाया है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री के जलबचाओ अभियान के अंतर्गत तालाबों को कब्जा मुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार कराने की मुहिम छेड़ी गई थी। मवाना ब्लाक ने क्षेत्र के खाता, निलोहा, पिलोना, भैंसा, बहजादका, सकौती, तिगरी, कौल समेत दस तालाबों संवारने के लिए अभियान शुरु किया था, लेकिन अभियान परवान नहीं चढ़ सका। मवाना खुर्द के ही तालाब की बात करें तो गांव में हाइवे पर स्थित तालाब प्रशासन की उदासीनता के कारण बदहाल स्थिति में पहुंच गया है। दैनिक जागरण की पहल के तहत लगभग ढाई वर्ष पूर्व इस तालाब की सफाई करायी गई थी और तालाब किनारे पौधरोपण कराया गया था, लेकिन वर्तमान में तालाब की हालत अनदेखी के कारण फिर बदहाल हो गई है। उसमें झाड़ियां उग आई हैं। जबकि ग्रामीण तहसील दिवस पर ज्ञापन देकर तालाब की सफाई की मांग कर चुके हैं। तालाबों की सफाई पर प्रशासन का ध्यान नहीं है। गांव में स्थित अन्य तालाबों की हालत बदतर हैं। तालाब बनाया पर पानी के लिए रास्ता नहीं बना

हाईवे किनारे बना तालाब को कुछ वर्ष पहले जीर्णोद्धार हुआ हो लेकिन पानी के लिए यहां कोई रास्ता नहीं है। जिस कारण इसे चार्ज नहीं किया जा सका। उधर, झाड़ियां उग गई हैं। जिससे उसके अस्तित्व को भी खतरा हो गया। भविष्य में यह तालाब कागज पर ही रह जाएंगे। ग्रामीणों ने कहा, उपेक्षा में जीते हैं तालाब

ग्रामीण पीयूष व विनोद कहते हैं सरकार तालाबों के जीर्णोद्धार पर कार्य कर रही है लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। तालाबों की सफाई कराना तो दूर प्रशासन उन्हें कब्जा मुक्त भी नहीं करा पा रहा है। मोती व निरंकार आदि का भी यही कहना है।

गांव के राकेश त्यागी का कहना है कि तालाबों की सफाई के संबंध में तहसील दिवस पर ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया है। संबंधित अधिकारियों से जनसूचना अधिकार के तहत भी जवाब मांगा गया है। इन्होंने कहा..

तालाब के लिए पानी का रास्ता नहीं होने के कारण उनमें जल एकत्र नहीं हो रहा है। पंचायत पर इतना पैसा नहीं की नाले व सबमर्सिबल के पाने से तालाब भरने की व्यवस्था कर सके। उक्त मामले की कई बार आलाधिकारियों से गुहार लगा चुके लेकिन ध्यान नहीं दिया।

अजय त्यागी,

प्रधान, गांव मवाना खुर्द। इन्होंने कहा..

उक्त मामला अब सामने आया है प्राथमिकता के तहत उक्त तालाब पर ध्यान देकर पानी के लिए रास्ता व सफाई भी कराई जाएगी।

अमिताभ यादव,

एसडीएम मवाना।

................................. फोटो परिचय

मावा14 : मवाना खुर्द में स्थित बदहाल तालाब

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