..तो बच्चों को बचा लेगी ICU, मेरठ में कोरोना की तीसरी लहर से पहले पीडियाटिक आइसीयू तैयार

Meerut Coronavirus News कोरोना की तीसरी लहर से पहले मेडिकल कालेज का पीडियाटिक आइसीयू पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। 110 बेडों के वार्ड में 50 बेड आइसीयू के हैं जबकि ट्रायज एरिया और आइसोलेशन मिलाकर 60 बेड हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 11:31 AM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 11:31 AM (IST)
..तो बच्चों को बचा लेगी ICU, मेरठ में कोरोना की तीसरी लहर से पहले पीडियाटिक आइसीयू तैयार
मेरठ मेडिकल कालेज में आइसीयू पूरी तरह से तैयार।

जागरण संवाददाता, मेरठ। कोरोना की तीसरी लहर से पहले मेडिकल कालेज का पीडियाटिक आइसीयू पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। 110 बेडों के वार्ड में 50 बेड आइसीयू के हैं, जबकि ट्रायज एरिया और आइसोलेशन मिलाकर 60 बेड हैं। वार्ड को विश्वस्तरीय उपकरणों से लैस किया गया है। 20 बेडों की आइसीयू में इलाज भी शुरू किया जा चुका है।

बाल रोग विशेषज्ञ डा. विजय जायसवाल ने बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आठ से दस फीसद बच्चे संक्रमित हुए। तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक मानी जा रही है। प्रदेश सरकार ने इस लहर के आने से पहले मेडिकल कालेजों में 50-50 बेडों का पीडियाटिक आइसीयू बनाने के लिए कहा। लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज में एंड्रोक्रायनोलोजी विभाग में पीकू बना दिया गया। दूसरे तल पर बनाए गए इस वार्ड पर करीब 15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। सामान्य व छोटे साइज के 22 वेंटिलेटर और बड़ी संख्या में हाई फ्लो नेजल कैनुला लगाया गया है। वार्ड में मेडिकल वेस्टेज निस्तारण की नई व्यवस्था है। इमरजेंसी दवाओं को दूसरे ट्रे में रखा जाएगा, जिससे इलाज में वक्त न खराब हो।

आधा दर्जन बच्चों का हो चुका इलाज

पीडियाटिक आइसीयू में कोरोना संक्रमित बच्चे भी भर्ती किए गए थे। कई मरीजों में गंभीर निमोनिया बन गया था, लेकिन डाक्टरों ने सटीक इलाज एवं देखभाल से उन्हें बचा लिया। कोरोना संक्रमित बच्चों को कब और कितनी रफ्तार से आक्सीजन देनी है, इसका प्रशिक्षण पूरे स्टाफ को दिया जा चुका है। इसी फ्लो पर बच्चों की नान कोविड आइसीयू है। 

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