डेंगू व मलेरिया से न घबराएं, ऐसे करें घर पर बचाव

दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कालम में फिजीशियन डा. विश्वजीत बैंबी ने पाठकों के स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों के जवाब दिये। साथ ही घर पर बीमारियों से बचाव के सरल उपाय भी बताए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 11:37 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 11:37 AM (IST)
डेंगू व मलेरिया से न घबराएं, ऐसे करें घर पर बचाव
डेंगू व मलेरिया से न घबराएं, ऐसे करें घर पर बचाव

मेरठ (जेएनएन)। बारिश पूरी तरह से थमी नहीं और बीमारियां उफन पड़ीं। नमी भरे मौसम में वायरस, बैक्टीरिया, फंगस, कवक व अन्य संक्रमण तेज हो गए हैं, जिससे ओपीडी में मरीजों की तादाद बढ़ गई है। डेंगू, मलेरिया के साथ स्वाइन फ्लू की भी आशंका है। बदलते मौसम में अस्थमा, शुगर एवं हार्ट के मरीजों की सेहत पर रिस्क बढ़ा है। दैनिक जागरण के कालम प्रश्न पहर में वरिष्ठ फिजीशियन डा. विश्वजीत बैंबी से फोन पर लोगों ने सेहत संबंधी समस्याओं पर परामर्श हासिल किया। पेश है चुनिंदा सवाल-जवाब..

मैं लंबे समय से बुखार से पीड़ित हूं। पैरासिटामॉल खाने से बुखार चढ़ता-उतरता रहता है। जांच में मलेरिया निकला है? - अमित कुमार, लोहियानगर

अगर मलेरिया पाजिटिव है, तो आप तीन दिन की दवा पर न रुकें। 14 दिन का कोर्स लें। लापरवाही बरतना ठीक नहीं।

मेरे घर में तीन माह के बच्चे को खांसी, जुकाम, नजला है। मुझे भी होता रहता है? - मुकेश, कुनकुरा

ये बीमारी अनुवांशिक भी हो सकती है। इसकी जांच कराएं। यह एलर्जी टाइप बुखार एवं कफ लगता है। फिलहाल बच्चे के डाक्टर को दिखाएं तो बेहतर रहेगा।

संक्रमण से बचाव के क्या उपाय हैं?

- अमित, मेरठ

यह मौसम बीमारियों के लिए अनुकूल है। गंदगी होने से घर के आसपास ही संक्रमण बढ़ने लगता है। अस्पतालों में बैक्टिरियल लोड ज्यादा है। मच्छरों को घरों में कतई न पनपने दें।

डेंगू एवं स्वाइन फ्लू से कैसे बचा जा सकता है? - पुनीत शर्मा, मेरठ

कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं एवं पुराने मरीजों को स्वाइन फ्लू की वैक्सीन लगवानी चाहिए। यह सालभर की सुरक्षा देता है। घर के इर्द-गिर्द पानी न जमा होने दें। इससे डेंगू की आशंका कम होगी।

मुझे चार माह से बुखार है। पेट में दर्द रहता है। दवाओं से फायदा नहीं हुआ?

- गौरव, खरखौदा

बुखार के साथ-साथ सांस में भी दिक्कत होगी। अगर एंटीबायोटिक से आराम नहीं मिल रहा है, तो साफ है कि कुछ छूट रहा है। दिनभर में तीन बार सुबह 7-8 बजे, दोपहर 3-4 बजे व रात में 8-9 बजे अपना ताप नापिए। छाती का एक्स-रे भी जरूरी है। इस चार्ट के साथ डाक्टर से मिलें।

सिर में दर्द रहता है, जो ज्यादातर एक तरफ होता है। दवाओं से लाभ नहीं हो रहा? - दीपक, बागपत रोड

बीपी चेक कराएं। अगर नार्मल है तो यह देखें कि सिर में कुछ लपलप जैसा तो नहीं हो रहा। फिलहाल तो माइग्रेन की दिक्कत लग रही है। अगर सप्ताह में दो बार से ज्यादा ऐसे लक्षण हैं तो दवा छह माह से सालभर तक चलेगी।

दस दिन से गला खराब है। बुखार के साथ ही खाना सटकने में भी दिक्कत है? - दिव्या, माधवपुरम

ये वायरल के लक्षण हैं, जो सबसे पहले गले में असर करता है। बुखार के लिए साधारण पैरासिटामॉल गोली खाएं। वायरल का पांच दिन का चक्र होता है, जिसके बाद यह स्वयं ठीक हो जाता है। अगर सुधार नहीं तो फिजीशियन से मिलें।

मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए क्या किया जाना चाहिए?

-अंशू गर्ग, शास्त्रीनगर

स्वच्छता पर ध्यान दें तो बीमार होने की आशंका 60 फीसद खुद घट जाती है। साफ पानी टायफायड एवं पीलिया से बचाएगा। घर के आसपास सफाई डेंगू व मलेरिया से सुरक्षा देगी। अन्य कई संक्रमण भी नहीं पनप पाते हैं।

मुझे अस्थमा एवं टायफायड हुआ था। भोजन के साथ सांस फूलती है, ऐसा क्यों? - उपेंद्र शर्मा, शास्त्रीनगर

आंतों में सूजन होने से भोजन के दौरान सांस फूल सकती है। पीएफटी कराएं और डाक्टर के परामर्श से इनहेलर लेना शुरू करें।

मेरे पिताजी का हार्ट फैला हुआ है। खांसी लगातार आती है, क्या इलाज है?

- दर्शनलाल, मवाना

इनहेलर पूरी तरह से सुरक्षित है, जिसे इस अवस्था में लेना पड़ सकता है। हार्ट के रोगी हैं तो डाक्टर के परामर्श में रहते हुए दवाओं को रिएडजेस्ट कराएं।

मैं हार्ट का मरीज हूं। ठंड आने से पहले कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए? - अजय सेठी, प्रहलादनगर

सर्दी में खून गाढ़ा होने से हृदय संबंधी बीमारियां ज्यादा उभरती हैं। हार्ट के मरीजों को ज्यादा सावधानी रखनी चाहिए। परेशानी बढ़ने पर दवाएं रिएडजेस्ट कराएं। धूमपान छोड़ें। नमक का सेवन कम करें।

मेरे सिर में करंट सा लगता है। तेज दर्द भी होता है?

- विनीता, मंगलपांडे नगर

यह एलर्जिक बीमारी हो सकती है। बिंदी के पास या कान के पास कहां दर्द होता है, यह भी महत्वपूर्ण है। डाक्टर से मिलकर माइग्रेन की जांच कराएं।

पानी में हाथ डालने पर लगातार छींक आती है। यह समस्या तीन माह से है?

- जयभगवान, जेलचुंगी

पानी में हाथ डालने से छींक का कोई तुक नहीं है। संभव है कि आपको साबुन की गंध से एलर्जी हो। इसे स्मेल एलर्जी कह सकते हैं। वातावरण में बढ़ी आ‌र्द्रता भी इसका कारण हो सकती है। कोई एंटीबायोटिक एवं स्टेरायडयुक्त गोली स्वयं न लें। दस मिलीग्राम की एंटी एलर्जिक गोली ले सकते हैं।

chat bot
आपका साथी