Strip Show : West Bengal के दंपती पर साइबर सेल का शिकंजा, फ्रीज किए दो बैंक अकाउंट Meerut News
Strip Show In Meerut साइबर सेल ने पश्चिम बंगाल के एक दंपती पर शिकंजा दिया है। दंपती ने स्वीकार किया है कि उन्होंने इस शो के नाम पर लोगों से ठगी की है।
मेरठ, जेएनएन। पुलिस Strip Show के आयोजकों तक पहुंच गई है। पश्चिम बंगाल के एक दंपती ने आयोजन कराने की बात कबूल की है। टीम ने उनके दो बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है। पेटीएम नंबर को आधार बनाकर साइबर सेल ने जांच शुरू की थी। जल्द ही एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगी। पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपितों ने कुछ लोगों के रुपये भी वापस कर दिए हैं।
जागरण की खबरों पर लिया संज्ञान
27 जुलाई के अंक में दैनिक जागरण ने बड़े शहरों की तर्ज पर मेरठ में भी Strip Show (अश्लील डांस) की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। ऑन लाइन टिकट बेचे गए थे। फेसबुक पर पार्टी की पूरी जानकारी दी जा रही थी। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित एक रिसोर्ट में पार्टी का आयोजन होना था। दैनिक जागरण में छपी खबरों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। कार्यक्रम स्थल पर जाकर पूछताछ की। रिसोर्ट मालिक की शिकायत पर साइबर सेल जांच में जुट गई थी। पेटीएम नंबर को आधार बनाकर शुरू की गई जांच पश्चिम बंगाल तक पहुंच गई। जिन खातों में रुपये जमा कराए गए थे, उनके बारे में पता किया गया।
एक खाता पीएनबी और दूसरा एसबीआइ का
फेसबुक पर दी गई जानकारी में दो बैंक खाते दिए गए थे। एक पीएनबी और दूसरा एसबीआइ का था। एक खाता West Bengal निवासी सुर्पणा दास पत्नी संजीव दास, 24 परगना साउथ दमदम भोज रोड के नाम पर है। दूसरा खाता 24 परगना गांव भटिंडा मोहिद्ल अहमद के नाम है। साइबर सेल की जांच में पता चला कि एक खाते में 70 व एक में 40 हजार रुपये हैं। टीम ने दोनों खातों को फ्रीज करा दिया है। आयोजकों के बारे में जानकारी मिलने पर टीम ने फोन पर बात की। ना-नुकर के बाद उन्होंने रुपये ऐंठने की बात स्वीकार कर ली।
दंपती ने इस तरह की ठगी
साइबर सेल की जांच में सुपर्णा दास और उनके पति संजीव दास का नाम सामने आया। एक अन्य व्यक्ति मोहिदुल अहमद के बारे में भी पता चला है। उसके बारे में भी जांच की जा रही है। टीम ने जब फोन पर दंपती से बात की तो उन्होंने बताया कि इंटरनेट की मदद से सारे खेल को अंजाम देते हैं। कहीं के भी रिसोर्ट, होटल या फिर फार्म हाउस का नाम और मोबाइल नंबर फेसबुक पर डाल देते हैं। संपर्क करने के लिए अपना नंबर देते थे। बात करने वाले को पूरी तरह से बोतल में उतारते थे। उससे स्वीमिंग पूल में लड़कियों के साथ मस्ती, पोल डांस और स्टिप शो की बात करते थे। फोन करने वाला उनकी बातों में आ जाता था और खातों में रुपये ट्रांसफर कर देता था।
कुछ लोगों के रुपये लौटाए
पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपित बैकफुट पर आ गए। पुलिस ने जब उनसे बात की तो पहले वह टालमटोल रवैया अपनाते रहे, जब सख्ती हुई तो वे डर गए। आनन-फानन में उन्होंने कुछ लोगों के रुपये भी वापस कर दिए। यह बात भी उन्होंने टीम को फोन पर बताई।
लाखों रुपये जेब में, शिकायत करने वाला भी कोई नहीं
दैनिक जागरण ने जब मामले की पड़ताल की थी तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थीं। देशभर में कई जगहों पर पार्टी कराने की बात कही जाती थी। ऑन लाइन टिकटों की बुकिंग होती थी। जेब के हिसाब से टिकटों का रेट होता था। हालांकि रेट कम ही रखे जाते थे, ताकि रकम फंसने पर कोई भागदौड़ न करे। साथ ही अश्लील डांस पार्टी के नाम पर शिकायत भी नहीं होती थी। इसलिए लंबे टाइम से यह काम चल रहा है।
इनका कहना है
रिसोर्ट मालिक की शिकायत के आधार पर साइबर सेल जांच में जुटी थी। पश्चिम बंगाल के तीन लोगों का नाम प्रकाश में आया है। दो खाते फ्रीज कर दिए हैं। जल्द ही एक जांच टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगी।
- संजीव बाजपेयी, एसपी ट्रैफिक
जागरण की खबरों पर लिया संज्ञान
27 जुलाई के अंक में दैनिक जागरण ने बड़े शहरों की तर्ज पर मेरठ में भी Strip Show (अश्लील डांस) की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। ऑन लाइन टिकट बेचे गए थे। फेसबुक पर पार्टी की पूरी जानकारी दी जा रही थी। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित एक रिसोर्ट में पार्टी का आयोजन होना था। दैनिक जागरण में छपी खबरों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। कार्यक्रम स्थल पर जाकर पूछताछ की। रिसोर्ट मालिक की शिकायत पर साइबर सेल जांच में जुट गई थी। पेटीएम नंबर को आधार बनाकर शुरू की गई जांच पश्चिम बंगाल तक पहुंच गई। जिन खातों में रुपये जमा कराए गए थे, उनके बारे में पता किया गया।
एक खाता पीएनबी और दूसरा एसबीआइ का
फेसबुक पर दी गई जानकारी में दो बैंक खाते दिए गए थे। एक पीएनबी और दूसरा एसबीआइ का था। एक खाता West Bengal निवासी सुर्पणा दास पत्नी संजीव दास, 24 परगना साउथ दमदम भोज रोड के नाम पर है। दूसरा खाता 24 परगना गांव भटिंडा मोहिद्ल अहमद के नाम है। साइबर सेल की जांच में पता चला कि एक खाते में 70 व एक में 40 हजार रुपये हैं। टीम ने दोनों खातों को फ्रीज करा दिया है। आयोजकों के बारे में जानकारी मिलने पर टीम ने फोन पर बात की। ना-नुकर के बाद उन्होंने रुपये ऐंठने की बात स्वीकार कर ली।
दंपती ने इस तरह की ठगी
साइबर सेल की जांच में सुपर्णा दास और उनके पति संजीव दास का नाम सामने आया। एक अन्य व्यक्ति मोहिदुल अहमद के बारे में भी पता चला है। उसके बारे में भी जांच की जा रही है। टीम ने जब फोन पर दंपती से बात की तो उन्होंने बताया कि इंटरनेट की मदद से सारे खेल को अंजाम देते हैं। कहीं के भी रिसोर्ट, होटल या फिर फार्म हाउस का नाम और मोबाइल नंबर फेसबुक पर डाल देते हैं। संपर्क करने के लिए अपना नंबर देते थे। बात करने वाले को पूरी तरह से बोतल में उतारते थे। उससे स्वीमिंग पूल में लड़कियों के साथ मस्ती, पोल डांस और स्टिप शो की बात करते थे। फोन करने वाला उनकी बातों में आ जाता था और खातों में रुपये ट्रांसफर कर देता था।
कुछ लोगों के रुपये लौटाए
पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपित बैकफुट पर आ गए। पुलिस ने जब उनसे बात की तो पहले वह टालमटोल रवैया अपनाते रहे, जब सख्ती हुई तो वे डर गए। आनन-फानन में उन्होंने कुछ लोगों के रुपये भी वापस कर दिए। यह बात भी उन्होंने टीम को फोन पर बताई।
लाखों रुपये जेब में, शिकायत करने वाला भी कोई नहीं
दैनिक जागरण ने जब मामले की पड़ताल की थी तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थीं। देशभर में कई जगहों पर पार्टी कराने की बात कही जाती थी। ऑन लाइन टिकटों की बुकिंग होती थी। जेब के हिसाब से टिकटों का रेट होता था। हालांकि रेट कम ही रखे जाते थे, ताकि रकम फंसने पर कोई भागदौड़ न करे। साथ ही अश्लील डांस पार्टी के नाम पर शिकायत भी नहीं होती थी। इसलिए लंबे टाइम से यह काम चल रहा है।
इनका कहना है
रिसोर्ट मालिक की शिकायत के आधार पर साइबर सेल जांच में जुटी थी। पश्चिम बंगाल के तीन लोगों का नाम प्रकाश में आया है। दो खाते फ्रीज कर दिए हैं। जल्द ही एक जांच टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगी।
- संजीव बाजपेयी, एसपी ट्रैफिक