बरेली-प्रयागराज संगम का इंजन पटरी से उतरा, टला बड़ा हादसा; लखनऊ मंडल ने गठित की जांच टीम
बरेली से प्रयागराज संगम आ रही बरेली एक्सप्रेस का इंजन बुधवार की सुबह प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन के यार्ड में पटरी से उतर गया। घटना सुबह 5.20 बजे उस वक्त हुई जब ट्रेन प्लेटफार्म से लगभग 500 मीटर की दूरी थी। तेज आवाज के साथ ट्रेन बहुत झटके में रुकी तो इंजन से सटे कोच से लेकर आखिरी कोच तक खलबली मच गई।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बरेली से प्रयागराज संगम आ रही बरेली एक्सप्रेस का इंजन बुधवार की सुबह प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन के यार्ड में पटरी से उतर गया। घटना सुबह 5.20 बजे उस वक्त हुई जब ट्रेन प्लेटफार्म से लगभग 500 मीटर की दूरी थी। तेज आवाज के साथ ट्रेन बहुत झटके में रुकी तो इंजन से सटे कोच से लेकर आखिरी कोच तक खलबली मच गई।
गनीमत रही कि घटना के समय ट्रेन की गति धीमी गति थी। नहीं तो बड़ा हादसा होता। घटना के बाद प्रयागराज संगम से प्रयाग जंक्शन के बीच लगभग दो घंटे तक रेल संचालन ठप रहा। लगभग पांच घंटे के बाद इंजन को पटरी पर चढ़ाया जा सका। इस पूरे घटना क्रम व घटना के कारणों की पड़ताल के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने अंतरविभागीय जांच टीम गठित कर दी है। यह टीम तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।
ढ़ाई घंटे लेट पहुंची ट्रेन
गाड़ी संख्या 14308 बरेली-संगम एक्सप्रेस मंगलवार की शाम साढ़े पांच बजे बरेली से चली थी। इसे भोर में 3.10 बजे प्रयागराज संगम पहुंचना था। लेकिन यह ट्रेन ढ़ाई घंटा से अधिक विलंबित हो गई। सुबह 5.10 बजे ट्रेन प्रयाग में रुकी तो बड़ी संख्या में यात्री उतर गए। यहां से ट्रेन प्रयागराज संगम के लिए रवाना हुई और प्रयागराज संगम के यार्ड में तेज आवाज के साथ इलेक्ट्रिक लोको इंजन के छह पहिए पटरी से उतर गए।
लोको पायलट ने वायरलेस से सूचना भेजी तो संगम व प्रयाग स्टेशन पर तैनात रेलकर्मी, रेलवे के अधिकारी, स्टेशन मैनेजर वीके यादव समेत तकनीकी विभाग के कर्मचारी पहुंचे और इंजन को चढ़ाने का काम शुरू हुआ। संगम आने वाली ट्रेनों को लालगोपालगंज, सरांय चंडी, थरवई, प्रयाग आदि में रोका गया।
यात्री बोले गायब थी पेंड्रोल क्लिप
घटना स्थल पर यात्रियों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर डाला। जिसमें दिखाया और बताया जा रहा है कि पटरी से पेंड्रोल क्लिप गायब था।घटना स्थल पर कई क्लिप इधर उधर बिखरे भी मिले। इससे किसी साजिश की आशंका भी व्यक्त की जा रही थी। वहीं, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि पहिया उतरने के कारण क्लिप बाहर निकल गए हैं।
ऐसा लगा ट्रेन पलट जाएगी....
मैं गेट के पास सामान लेकर खड़ा था। प्लेटफार्म आने वाला था अचानक तेज आवाज के साथ इतना तेज झटका लगा कि मैं पलट गया। किस्मत ठीक थी नहीं तो नीचे गिर जाता। हम लोग लगभग कांप गए। लगा कि ट्रेन पलटने वाली है। यह बात बताते हुए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले अजय यादव के चेहरे पर डर साफ नजर आ रहा था। बरेली से आई रोशनी त्रिपाठी बताती हैं कि मैं सो रही थी, झटके से नींद खुली तो ट्रेन में लोग तेज आवाज में चिल्ला रहे थे। समझ में नहीं आया कि क्या हुआ। अचानक सब बाहर उतरने लगे तो मैं भी डर कर नीचे उतर आई। भगवान का धन्यवाद किया कि मैं सुरक्षित हूं।
सुबह कब क्या हुआ
-5.20 बजे इंजन पटरी से उतरा
-5.25 पर कंट्रोल रूम ने ट्रेनों को जगह-जगह रोका
-5.30 पर रेलवे टीम पहुंची
-7.20 बजे प्रयागराज जंक्शन का रूट खुला
-10.25 बजे इंजन पटरी पर चढ़ा
-05 घंटे बाद इंजन पटरी पर चढ़ा
-02 घंटे रेल यातायात ठप रहा
-04 से अधिक ट्रेनें प्रभावित, रोकी गई नौंचदी, इंटरसिटी
-2.45 घंटा देरी से रवाना हुई गंगा गोमती
-2.45 घंटा देरी से नौचंदी संगम पहुंची
-3.10 घंटा देरी से इंटरसिटी संगम पहुंची
-2.30 घंटा देरी एजे पैसेंजर संगम पहुंची
घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय अंतरविभागीय टीम गठित की है जो 10 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। पेंड्रोल क्लिप न होने की बात गलत है। जांच के बाद ही घटना का कारण स्पष्ट होगा।
-शिवेंद्र शुक्ला, एडीआरएम, लखनऊ मंडल।