आश्वासन की घुट्टी पिलाकर सोया लोक निर्माण विभाग

स्थानीय तहसील क्षेत्र का दरगाह-सिकड़ीकोल मार्ग जो कि बैरिसाथ खजुहा नुरुल्लाहपुर भैसहां सिकड़ीकोल सेमरा जैसे दर्जनों गांव का मधुबन-दोहरीघाट मुख्य मार्ग से जोड़ने का इकलौता संपर्क मार्ग है। पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से सड़क के दोनों तरफ इतना अधिक जलजमाव हो गया कि सड़क कई स्था

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Nov 2019 09:15 PM (IST) Updated:Mon, 04 Nov 2019 09:15 PM (IST)
आश्वासन की घुट्टी पिलाकर सोया लोक निर्माण विभाग
आश्वासन की घुट्टी पिलाकर सोया लोक निर्माण विभाग

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र का दरगाह-सिकड़ीकोल मार्ग दर्जनों गांवों को मधुबन-दोहरीघाट मुख्य मार्ग से जोड़ने का इकलौता संपर्क मार्ग है। यह बीते जुलाई माह व सितंबर के अंतिम दिनों में हुई लगातार बारिश से हुए अत्यधिक जलजमाव के कारण कई स्थानों पर टूट गया और पुलिया भी ध्वस्त हो गई। इसके चलते बैरिसाथ, खजुहा, नुरुल्लाहपुर, भैसहां, सिकड़ीकोल, सेमरा जैसे दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। इन गांवों के ग्रामीणों को आने-जाने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

लोक निर्माण विभाग द्वारा लोगों के आवागमन के लिए मिट्टी एवं ईंट के टुकड़े डाल कर किसी प्रकार आवागमन को बहाल कर दिया गया। यह आश्वासन दिया गया कि पानी का दबाव कम होते ही इस सड़क एवं टूटी पुलिया का स्थाई निर्माण करा दिया जाएगा। जबकि पिछले तीन महीनों से लोग राह तक रहे हैं कि अब काम शुरू होगा। इधर विभाग है कि लोगों को आश्वासन की घुट्टी पिलाकर खुद सो गया है। विभाग अपने वादे पर खरा नहीं उतरा और आज भी मिट्टी एवं ईंट के टुकड़ों को पाट कर ही काम चल रहा है। प्रभावित गांवों के लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पूर्व ब्लाक प्रमुख रामकृपाल सिंह, प्रभुनाथ यादव, आशुतोष सिंह, मंटू सिंह, रामवृक्ष यादव, रमेश सिंह आदि का कहना था कि हम सब को लोक निर्माण विभाग द्वारा ठगा गया है। यदि विभाग अपने वादे को पूरा कर दिया होता तो आज जान जोखिम में डाल कर यात्रा के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। यदि जल्द पुलिया का निर्माण नहीं कराया गया तो विभाग के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन के लिए ग्रामीण बाध्य होंगे।

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