सरजू नदी खतरा निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) सरयू की उफनाई लहरें अब खतरा बिदु से 65 सेंमी नीचे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Sep 2020 07:03 PM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2020 07:03 PM (IST)
सरजू नदी खतरा निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे
सरजू नदी खतरा निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : सरयू की उफनाई लहरें अब खतरा बिदु से 65 सेंमी नीचे आ गई हैं। पानी तो घट गया मगर लहरों की तीव्रता और उछाल में कोई कमी नहीं है। इसके चलते प्रबल वेग नदी की धारा तटवर्ती इलाकों में कटान का कहर बरपाना शुरू कर दी हे। कस्बे के मुक्तिधाम पर नदी का दबाव कायम है। खाकी बाबा मंदिर के समीप लहरें नीचे से कटान कर रही हैं। नागा बाबा की कुटी से लगायत जानकी घाट तक लहरों का वेग काफी तेज है। इस समय नदी की धारा श्मशान घाट, भारत माता मंदिर और खाकी बाबा कुटी, वृद्धाश्रम स्थल को निशाने पर लिए हुए है। इन स्थलों पर कभी भी कटान हो सकती है।

नदी के रौद्र रूप के आगे सिचाई विभाग की सारे योजना विफल है।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घटने के बाद तबाही के निशान हर ओर नजर आ रहे हैं। सड़ी फसलें, डूबे चकमार्ग, कटी सड़कें, घरों तक में घुसे पानी की सीलन व कीचड़ बरकरार है। एमजी बांध का रेगुलेटर खुल जाने से नदवा ताल में फैला पानी नदी में जा रहा है। आधा दर्जन गांव में घुसा पानी धीरे-धीरे निकल रहा है लेकिन गांव में संक्रामक रोग फैलने का भय बना हुआ है। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। उम्मीद है कि दो दिन बाद गांव के संपर्क मार्ग से पानी निकल जाने पर वह आवागमन के योग्य हो सकेगा। औराडांड़ में शुक्रवार को सरयू नदी का जलस्तर 69 मीटर 76 सेंटीमीटर मीटर पर रहा।

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