सात नदियों के जल से होगा गिरिराजजी का अभिषेक

गोवर्धन की गिरि तलहटी में होने वाले अलौकिक छप्पन भोग महोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कोलकाता और बेंगलुरु के आर्टिस्टों द्वारा तैयार हो रहे भव्य राजमहल में असली हीरे, मोती, पन्ना, पुखराज, नीलम, गोमेद जैसे रत्नों से श्रृंगारित प्रभु के भव्य दर्शन होंगे। इसके लिए पूरी तलहटी को मॉरीशस, थाईलैंड से मंगाए फूलों से सजाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Sep 2018 11:35 PM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 11:35 PM (IST)
सात नदियों के जल से होगा गिरिराजजी का अभिषेक
सात नदियों के जल से होगा गिरिराजजी का अभिषेक

जागरण संवाददाता, मथुरा: श्री गिरिराज सेवा समिति के सालाना अलौकिक छप्पन भोग महोत्सव के आमंत्रण पत्र का शनिवार को लोकार्पण किया गया।

लोकार्पण वृंदावन के रुक्मणि विहार स्थित कृष्ण सभागार में आयोजक गिरिराज सेवा समिति के संस्थापक मुरारी अग्रवाल, अध्यक्ष दीनानाथ अग्रवाल, महामंत्री अशोक कुमार आढ़ती, राजेन्द्र कुमार सर्राफ, भगवान दास खंडेलवाल, राम ¨सह वर्मा, महावीर अग्रवाल ने किया। महामंत्री ने बताया कि तीन दिवसीय छप्पन भोग महोत्सव की शुरुआत 21 सितंबर को सप्तकोसीय परिक्रमा में निकलने वाले ब्रज के डोले के साथ होगी। 22 को पंचामृत महाभिषेक सात नदियों के जल, जड़ी बूटी और कामधेनु गाय के दूध से वैदिक रीति से होगा। 23 सितंबर को अनंत चतुर्दशी को लेकर भव्य राजमहल में असली रत्नों से श्रृंगारित प्रभु के दर्शन होंगे। पूरे परिक्रमा मार्ग में शास्त्रीय संगीत का वादन होगा। विदेशी फूलों से तलहटी को सजाया जाएगा। साथ ही 21 ह•ार किलो प्रसाद शुद्ध गाय के घी से बनाया जाएगा। गिरीश सर्राफ, दिनेश सादाबाद, विमल शोरा, प्रदीप, पीके सर्राफ, सुनील बंसल, योगेश सर्राफ, समीर माहेश्वरी, अंशुल शोरा, हरीश गिलट आदि मौजूद रहे।

कोलकाता और बेंगलुरू के कलाकार कर रहे राजमहल तैयार:

तीन दिवसीय इस कार्यक्रम के लिए कोलकाता और बेंगलुरू के कलाकार भव्य राजमहल तैयार कर रहे हैं। इसमें रत्नों से गिरिराज प्रभु के भव्य दर्शन होंगे।

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