भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य के साथ छठ व्रत पूर्ण

महराजगंज: चार दिन तक चलने वाला छठ महा पर्व गुरुवार की सुबह अरुणोदय काल में उदीयमान सूर्य को द्विती

By Edited By: Publish:Thu, 30 Oct 2014 11:50 PM (IST) Updated:Thu, 30 Oct 2014 11:50 PM (IST)
भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य के साथ छठ व्रत पूर्ण

महराजगंज:

चार दिन तक चलने वाला छठ महा पर्व गुरुवार की सुबह अरुणोदय काल में उदीयमान सूर्य को द्वितीय अ‌र्घ्य दान, पूजन, अर्चन के बाद पारण के साथ पूर्ण हुआ। नदी, तालाब, स्थाई व अस्थाई पोखरों पर श्रद्धा का सैलाब भोर में ही उमड़ पड़ा। व्रती महिलाओं के साथ सगे संबंधी छठ मां की गीत गाते हुए घाटो पर स्थित वेदी स्थल पर पहुंचे। वेदी पर व्रती महिलाओं ने दीप जलाए, पूजन सामग्री चढ़ाई और गन्ने को पानी में स्थापित करने के मंगल कामना के बीच भगवान भाष्कर की पूजा व अर्चना की और परिवार में सुख शांति व समृद्धि बनी रहने की कामना की।

नदी व पोखरों के किनारे उमड़े श्रद्धा के सैलाब में व्रती महिलाओं के चेहरे पर छठ पूजा को लेकर श्रद्धा व विश्वास का भाव साफ झलक रहा था। व्रत रहने के बावजूद भी उनके चेहरे पर भक्ति की ऊर्जा प्रवाहित हो रही थी। मंगल गीत से नगर क्षेत्र के मऊ पाकड़, बलिया नाला, शास्त्री नगर, अमरूतियां सहित अन्य घाटों पर उगते हुए सूर्य देव को अ‌र्घ्य देकर महिलाओं ने मंगल की कामना की। उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद व्रती महिलाओं ने पारन कर के व्रत तोड़ा।

निचलौल, नौतनवा व आनंदनगर कार्यालय के अनुसार क्षेत्र में विभिन्न नदियों, नालों, नहरों व तालाबों पर बने घाटों पर आज सुबह उदीयमान सूर्य को व्रती महिलाओं ने अ‌र्घ्य दान दिया। पूजा की और पारण कर व्रत तोड़ा।

हमारे शिकारपुर, भिटौली, वभनौली, परतावल, पनियरा, श्यामदेउरवार, सिसवा बाजार, घुघली, कोठीभार, गड़ौरा, मिठौरा, सिन्दुरिया, चौक, बृजमनगंज, धानी, लक्ष्मीपुर, पुरंदरपुर, सबया ढाला बरगदवा, सोहगीबरवा, कोल्हुई प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र में छठ महापर्व पर भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य दान के साथ श्रद्धालु महिलाओं ने पारण किया। हर घाट पर मेले जैसा दृश्य रहा। महिलाओं ने पूरे परिवार के मंगल की कामना की और अगले वर्ष इसी तरह व्रत कर सकें इसके लिए आशीर्वाद मांगा।

सूर्य की पूजा के बाद श्रद्धालु घर को चले। महिलाओं के साथ चल रहे घर के तमाम सदस्य सिर पर सामानों से भरी डलिया लेकर चल रहे थे। साथ चल रहे बैंड बाजे से चहुंओर आस्था की बयार बहने लगी। छठ मईया के गीतों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

हर घाट पर मेले जैसा दृश्य रहा। कतार से सजी दुकानों पर लोगों ने जरूरत के सामान खरीदे। बच्चों में काफी उत्साह दिखा और उन्होंने मेले का आनंद लिया। मिठाइयां, प्रसाद, गुब्बारे खरीदे और हंसते हुए घर लौटे।

शहर में स्थित सभी घाटों पर नगर पालिका परिषद ने प्रकाश की बेहतर व्यवस्था की थी। घाटों की सफाई भी हुई थी हालांकि कुछ स्थानों पर कूड़ा नहीं हट पाया था।

हर घाट पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। हर घाट पर पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी। सादी वर्दी में भी पुलिस लगायी गयी थी वहीं महिला कांस्टेबल भी कर्तव्यों का निर्वहन करती दिखीं। नदियों व नहरों पर बने घाटों पर गोताखोर तैनात किए थे साथ ही नाव की भी व्यवस्था थी। ताकि डूब रहे लोगों को बचाया जा सका। हालांकि फोर्स की मुस्तैदी से सबकुछ शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया।

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