रोजगार के लिए प्रवासी श्रमिकों की कॅरियर काउंसिलिंग कराएगी योगी सरकार, हर जिले में बनेगी हेल्प डेस्क

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों की कॅरियर काउंसिलिंग और हेल्प डेस्क के संचालन के लिए जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित कराएं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 01:51 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 07:53 AM (IST)
रोजगार के लिए प्रवासी श्रमिकों की कॅरियर काउंसिलिंग कराएगी योगी सरकार, हर जिले में बनेगी हेल्प डेस्क
रोजगार के लिए प्रवासी श्रमिकों की कॅरियर काउंसिलिंग कराएगी योगी सरकार, हर जिले में बनेगी हेल्प डेस्क

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिक और कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए निचले स्तर तक पूरा ढांचा तैयार किया जा रहा है। यूपी की योगी सरकार ने तय किया है कि श्रमिकों को योग्यता के अनुसार रोजगार देने के लिए उनकी कॅरियर काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। इसके लिए हर जिले में हेल्प डेस्क और मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी। इस संबंध में सभी जिलों के लिए मुख्य सचिव आरके तिवारी ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिए।

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने शासन-प्रशासन के अधिकारियों को जारी पत्र में कहा है कि प्रवासी श्रमिकों की कॅरियर काउंसिलिंग और हेल्प डेस्क के संचालन की नियमित निगरानी के लिए जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित कराएं। इस समिति में जिला रोजगार सहायता अधिकारी सदस्य सचिव, जबकि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य, जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक, उपायुक्त उद्योग, संबंधित खंड विकास अधिकारी और रोजगार योजनाओं से संबंधित विभागों के अन्य जिलास्तरीय अधिकारी सदस्य के रूप में शामिल होंगे।

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया है कि जिला स्तर पर विकास भवन और विकास खंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी कार्यालय में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। हेल्प डेस्कों पर विभिन्न विभागों के कार्यक्रम व योजनाओं की जानकारी देने के लिए सीडीओ द्वारा विभागीय अधिकारियों को नामित किया जाएगा।

जो आ नहीं सकते, उनके लिए हेल्पलाइन : विकास भवन में स्थापित हेल्प डेस्क पर हेल्पलाइन भी स्थापित की जाएगी, ताकि जो श्रमिक किन्हीं कारणों से हेल्प डेस्क पर आने में असमर्थ हैं, वह फोन से रोजगार के अवसरों आदि की जानकारी ले सकें।

काउंसिलिंग के साथ वापस लौटने में भी मदद :  मुख्य सचिव आरके तिवारी के आदेश में कहा गया है कि खंड विकास अधिकारी प्रवासी श्रमिकों को अपने कार्यालय पर आमंत्रित कर शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए करियर काउंसिलिंग कराएंगे। जो श्रमिक अपने कार्यस्थल पर वापस लौटना चाहते हैं, उनकी भी मदद जिलास्तरीय हेल्प डेस्क करेगी।

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