अमेरिका और थाईलैंड की कंपनियों को यूपी का न्योता, दोनों देशों ने जताई निवेश की इच्छा

सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने मंगलवार को अमेरिका और थाइलैंड में भारत के राजदूतों के साथ वर्चुअल मीटिंग की।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 01 Jul 2020 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2020 01:00 AM (IST)
अमेरिका और थाईलैंड की कंपनियों को यूपी का न्योता, दोनों देशों ने जताई निवेश की इच्छा
अमेरिका और थाईलैंड की कंपनियों को यूपी का न्योता, दोनों देशों ने जताई निवेश की इच्छा

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संकट में निवेश लाने के लिए कसरत तेज कर रखी है। नजर उन कंपनियों पर खास तौर पर है, जिनके चीन से पलायन की संभावना है। इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने मंगलवार को अमेरिका और थाइलैंड में भारत के राजदूतों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। उन्होंने दोनों देशों में भारतीय दूतावास से उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा की।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अमेरिका में कमर्शियल काउंसलर ऑफ इंडियन एम्बेसी डॉ. मनोज महापात्रा से यूएस की हनीवेल, बोइंग आदि कंपनियों को उत्तर प्रदेश में लाने के संबंध में बातचीत की, जो कि चीन से पलायन कर अपना उद्यम किसी अन्य देश में लगाना चाहती हैं। बताया कि यूएसआइडी के माध्यम से यूएस निवेशकों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए वर्चुअल रोड शो किया जा चुका है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। अमेरिका के प्रसिद्ध उद्योगपतियों ने यहां निवेश की इच्छा जताई है।

डॉ. मनोज महापात्रा ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयास से जो अमेरिकी निवेशक यूपी में निवेश के इच्छुक हैं, उनकी सूची दूतावास को उपलब्ध कराई जाए। वह स्वयं इन कंपनियों से संपर्क कर सकारात्मक पहल करेंगे। लगभग 80 से 100 अमेरिकी कंपनियों के भारत में निवेश संबंधी प्रस्ताव आ भी चुके हैं। मंत्री ने बताया कि फार्मास्युटिकल पार्क की स्थापना कराई जा रही है। इस क्षेत्र में निवेश के लिए अमेरिका की मेट्रानिक्स और माईलेन कंपनी से बातचीत चल रही है।

इसी तरह थाईलैंड में भारत की राजदूत सुचिता दुर्राई और वहां के उद्यमियों से बातचीत हुई। मंत्री ने कहा कि थाईलैंड के जिन उद्यमियों को अपने उद्यम के हिसाब से स्किल्ड मैनपावर की जरूरत है, उसकी सूची उपलब्ध करा दें। राज्य सरकार इच्छुक श्रमिकों को उस विधा में कुशल बनाकर थाईलैंड भेजेगी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि थाईलैंड के जो बच्चे चीन में पढऩे जाते हैं, उनको विशेष कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश में भेजा जाना चाहिए। उद्यमियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में थाईलैंड के निवेश की अच्छी संभावना है। वहां की प्रतिष्ठित बिग सी सुपरसेंटर कंपनी कैश एंड कैरी बिजनेस हाउस है, वह यूपी में निवेश की इच्छुक है।

chat bot
आपका साथी