सहारनपुर दंगे को लेकर यूपी सरकार पर विफलता का आरोप

लखनऊ। सहारनपुर दंगे को लेकर सरकार की विफलता, राष्ट्रद्रोही ताकतों का षड्यंत्र होने का

By Edited By: Publish:Sun, 27 Jul 2014 07:46 PM (IST) Updated:Sun, 27 Jul 2014 07:46 PM (IST)
सहारनपुर दंगे को लेकर यूपी सरकार पर विफलता का आरोप

लखनऊ। सहारनपुर दंगे को लेकर सरकार की विफलता, राष्ट्रद्रोही ताकतों का षड्यंत्र होने का आरोप लगा और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग उठी। भाजपा ने दंगे की जांच के लिए छह सदस्यीय समिति बनाई है। एक भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी की दंगा जांच समिति में पूर्व विधायक अमित अग्रवाल के नेतृत्व में विधायक रविंद्र भड़ाना, सुरेश राणा व लोकेंद्र सिंह चौहान, यूपी अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य सरदार एसपी सिंह और सुखविंदर सिंह बेदी को रखा गया है। समिति तीन दिन में रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई को देगी।

दंगे के पीछे आइएसआइ : कलराज

केंद्रीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र सहारनपुर दंगे को आइएसआइ के षड्यंत्र मान रहे हैं। उनका कहना है कि दंगाइयों को सख्ती से कुचला नहीं गया तो देशद्रोहियों के हौंसले बुंलद होंगे। आज लखनऊ में पत्रकार वार्ता में कहा तुष्टिकरण की नीतियों के कारण ही सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली ताकतों को बल मिलता है। सपा शासनकाल में यूपी दंगा प्रदेश बनता जा रहा है। सहारनपुर में गुरुद्वारा भूमि के विवाद को समय से सुलझा दिया जाता तो हालात नहीं बिगड़ते।

प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगे : मौर्य

बसपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया है कि सपा सरकार में अराजकता का पाप सिर चढ़कर बोल रहा है। जगंलराज बने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग बसपा अर्से से कर रही है। मौर्य ने सपा सरकार के साथ भाजपा को भी निशाने पर लिया। कहा, बसपा शासनकाल में साम्प्रदायिक ताकतों का फन सख्ती के साथ कुचला जाता था इसलिए दंगे नहीं हुए। अब सांप्रदायिक ताकतें वोट समीकरण बनाने के लिए माहौल खराब करने में लगी है।

chat bot
आपका साथी