UP BEd JEE-2020: करीब 4.30 लाख ने कराया पंजीकरण, कल से जारी होंगे प्रवेश पत्र

UP BEd JEE-2020 उत्तर प्रदेश में बीएड की सयुंक्त प्रवेश परीक्षा की तैयारी लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 03:15 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 03:15 PM (IST)
UP BEd JEE-2020: करीब 4.30 लाख ने कराया पंजीकरण, कल से जारी होंगे प्रवेश पत्र
UP BEd JEE-2020: करीब 4.30 लाख ने कराया पंजीकरण, कल से जारी होंगे प्रवेश पत्र

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में 2020 की बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आयोजन का जिम्मा लखनऊ विश्वविद्यालय को मिला है। नौ अगस्त को होने वाली इस बार परीक्षा में करीब 4.30 लाख ने पंजीकरण कराया है, जिनके प्रवेश पत्र कल यानी सोमवार से जारी होंगे। इस परीक्षा के एडमिट कार्ड परीक्षार्थी कल डाउनलोड कर सकेंगे।

उत्तर प्रदेश में बीएड की सयुंक्त प्रवेश परीक्षा की तैयारी लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। इस परीक्षा के प्रवेश पत्र सोमवार से जारी होंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम भी किए जा रहे हैं। परीक्षा के लिए करीब 4.31 लाख अभ्यॢथयों ने पंजीकरण कराया है। परीक्षा की प्रवेश समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेई ने बताया कि प्रवेश परीक्षा की लगभग सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। हमारा प्रयास सोमवार तक अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र जल्द से जल्द वेबसाइट पर अपलोड कर दें। सोमवार को सुबह एक प्रवेश पत्र को नमूने के तौर पर पहले अपलोड करेंगे। सबकुछ ठीक रहा तो शाम तक सभी के प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे। यह प्रवेश पत्र लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।

इसके बाद लिंक https://www.lkouniv.ac.in/en/page/live-streaming-of-convocation पर क्लिक कर अभ्यर्थी अपने पंजीकरण नम्बर से प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इस बार परीक्षा के लिए 73 जिलों में केन्द्र बनाए गए हैं। दावा है कि अभ्यर्थियों को अपने घर से ज्यादा दूर न सफर करना पड़े, इसका ध्यान रखा गया है। सभी जिलों में पांच अधिकारियों की टीम बनाई गई है। इनमें, उच्च शिक्षा अधिकार, जिले का डीआईओएस, जिलाधिकारी, राज्य विश्वविद्यालयों से नामित नोडल कोआर्डिनेटर, पर्यवेक्षक शामिल होगा। सभी केन्द्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। 

सभी परीक्षा केंद्रों के भवन से लेकर अभ्यॢथयों के बैठने की जगह तक को सैनिटाइज किया जाएगा। थर्मल स्कैनिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। अगर किसी अभ्यर्थी के शरीर का तापमान अधिक भी पाया जाता है तो उसे परीक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा। उसे अलग बैठाकर परीक्षा कराई जाएगी।  

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