किशोरों ने पुलिस-पीएसी पर पेट्रोल बम फेंके, दिन भर बवाल

राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में किशोरों के बवाल ने विकराल रूप धारण कर लिया। बाहर निकलकर किशोरों ने गेट पर तैनात पुलिस और पीएसी जवानों पर जमकर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 26 May 2016 08:36 PM (IST) Updated:Fri, 27 May 2016 09:20 AM (IST)
किशोरों ने पुलिस-पीएसी पर पेट्रोल बम फेंके, दिन भर बवाल

लखनऊ। मेरठ के सूरजकुंड पर राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में रात शुरू किशोरों के बवाल ने दिन निकलते ही विकराल रूप धारण कर लिया। बाहर निकलकर किशोरों ने गेट पर तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों पर कातिलाना हमला कर जमकर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके। संप्रेक्षण गृह को जेल के किशोर सदन में शिफ्ट करने और बागपत के किशोरों को वापस भेजने के विरोध में देर शाम तक बवाल जारी था।

संप्रेक्षण गृह में रात किशोरों को जानकारी हुई कि बागपत के 12 किशोर यहां से भेजने की तैयारी हो गई है। साथ ही बाकी किशोरों को जिला जेल के किशोर सदन में भेजा जाना है। इससे उग्र हुए किशोरों ने कर्मचारियों को बाहर निकालकर संप्रेक्षण गृह पर कब्जा कर लिया। पिछले हिस्से में पार्क की ओर की ग्रिल को बुधवार रात तोड़कर भागने का प्रयास किया था पर पुलिस-पीएसी ने उन्हें वापस खदेड़ा। इस पर पुलिस-पीएसी टीम पर पथराव किया गया। गुरुवार सुबह 3.30 बजे तक किशोर बवाल करते रहे। सुबह चार बजे पुलिस और अधिकारी हार मानकर मोर्चा छोड़कर पीछे हट गए थे। इसके बाद मामला कुछ शांत हुआ। गुरुवार सुबह करीब छह बजे किशोरों ने दोबारा बवाल शुरू कर दिया। कुछ किशोर संप्रेक्षण गृह की छत पर चढ़ गए और कुछ ने बाहर मुख्य गेट पर पहुंचकर पुलिस-पीएसी पर पथराव कर दिया। पेट्रोल बम फेंके गए। पुलिसकर्मियों ने भागकर जान बचाई। आसपास के मकानों को भी निशाना बनाया गया। इससे मोहल्ले में भगदड़ मच गई। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और किशोरों को अंदर खदेड़ा गया।

भाग जाओ, सिलेंडर से उड़ा देंगे

छत पर दो बड़े और एक छोटा गैस सिलेंडर लेकर चढ़े किशोर प्रशासन को इनमें आग लगाने की धमकी देते रहे। किशोर बार-बार किसी नुकीली चीज से गैस निकालकर डराते रहे। किशोर छत से धमकी देते रहे कि हम कहीं नहीं जाएंगे, यहीं मरेंगे। किसी ने जोर-जबरदस्ती की तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। बुधवार रात पुलिसकर्मियों और पीएसी के जवानों का गुस्सा संप्रेक्षण गृह के कर्मियों पर फूट पड़ा। आरोप लगाया कि रात आठ-नौ बजे के बीच कुछ कर्मचारी अंदर गए थे। उन्होंने ही शिफ्ट होने की जानकारी दी। इसके बाद ही बवाल शुरू हुआ। बुधवार रात दो बजे इंस्पेक्टर नौचंदी हरशरण शर्मा शांत रहने के लिए कह रहे थे तो छत पर खड़े किशोरों ने हल्ला मचाकर कहा, शर्मा थाने लौट जा, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा। इसके बाद गालियां देनी शुरू कर दी।कवरेज कर रहे दैनिक जागरण के वरिष्ठ फोटोग्राफर मदन मौर्य पर भी किशोरों ने पत्थर बरसा दिए। एक पत्थर चेहरे पर लगने से वह घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि बागपत के 12 किशोरों को शिफ्ट करने की बात जानने के बाद ही बवाल हुआ। डीएम को रिपोर्ट भेज दी है। जब तक इनको शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक कुछ नहीं कर सकते।

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