सुप्रीम कोर्ट ने यूपी बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग पर सुनवाई से किया इन्कार

सुप्रीम कोर्ट ने यूपी बार काउंसिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या की सीबीआइ जांच कराने की मांग पर सुनवाई से इन्कार कर दिया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 25 Jun 2019 11:54 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jun 2019 01:29 PM (IST)
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग पर सुनवाई से किया इन्कार
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग पर सुनवाई से किया इन्कार

जेएनएन, लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या की सीबीआइ से जांच कराने की मांग पर विचार करने से इन्कार कर दिया। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संबंधित हाई कोर्ट में अपनी मांग रखने का सुझाव दिया है। वकील इंदू कौल ने दरवेश की हत्या की सीबीआइ से जांच कराने और दरवेश के परिवार को मुआवजा देने के अलावा महिला वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी।

मंगलवार को जस्टिस संजीव खन्ना व जस्टिस बीआर गवई की अवकाश कालीन पीठ ने याचिका पर विचार करने से इन्कार करते हुए कहा कि इसमें विशेष तौर पर एक घटना की सीबीआइ से जांच और उसके परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है। यह मांग संबंधित हाई कोर्ट में भी की जा सकती है। कोर्ट ने कहा कि याचिका में एक घटना को सामान्य तौर पर पेश किया गया है। एक घटना को आम घटनाओं की तरह नहीं पेश किया जा सकता। याची की ओर से यह कहे जाने पर कि याचिका में देश भर की अदालतों में महिला वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी मुद्दा उठाया गया है, पीठ ने इसके लिए अलग से याचिका दाखिल करने को कहा।

दरवेश यादव उत्तर प्रदेश बार कौंसिल की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई थीं। अध्यक्ष चुने जाने के दो दिनों बाद ही 12 जून को आगरा जिला अदालत परिसर स्थित चेंबर में गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई थी। उन्हें उनके स्वागत समारोह में साथी वकील मनीष शर्मा ने ही गोली मारी थी। दरवेश को गोली मारने के बाद मनीष ने खुद को भी गोली मार ली थी।

याचिका में हत्या मामले की जांच सीबीआइ से कराने के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार को जांच की प्रगति रिपोर्ट बताने, दरवेश के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की गई थी। इसके अलावा याचिका में वकीलों की सुरक्षा के साथ ही बीमारी और आकस्मिक मौत के समय उनके लिए कोई सामाजिक सुरक्षा या सहारा न होने का भी मुद्दा उठाया गया था। महिला वकीलों को सुरक्षा दिलाने की मांग करते हुए कहा गया था कि देश भर में महिला वकीलों को अदालत के समय के बाद भी पुलिस सुरक्षा दिलाई जाए।

वकील मनीष शर्मा की भी हो गई मौत 

यूपी बार काउंसिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव के हत्यारे वकील मनीष शर्मा की मौत हो गई है।वकील मनीष शर्मा ने हरियाणा के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शनिवार को दम तोड़ दिया। 12 जून को मनीष शर्मा उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने दरवेश को गोलियों से भून दिया था। दरवेश को पांच गोलियां मारने के बाद मनीष ने भी खुद को गोली मार ली थी। उन्हें गंभीर हालत में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। 

दरवेश की हत्या को लेकर गरम हो गई थी सियासत

दरवेश यादव की हत्या को लेकर सियासत भी गरम हो गई थी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर इसको लेकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एटा में दरवेश यादव के घर भी गए थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं में पुलिस की संलिप्तता की आशंका भी जताई।

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