गाजे-बाजे के साथ विराजे भगवान राम, पुलिस ने बीच रास्ते रोकी बरात

पुलिस ने मामा चौराहे से नहीं निकलने दी राम बरात अलग-अलग गाडिय़ों से पहुंचे भक्त। विधि-विधान के साथ प्रतिमा स्थापित होने के बाद महिलाओं ने की आरती वितरित किया प्रसाद।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 26 Feb 2019 08:19 PM (IST) Updated:Tue, 26 Feb 2019 08:19 PM (IST)
गाजे-बाजे के साथ विराजे भगवान राम, पुलिस ने बीच रास्ते रोकी बरात
गाजे-बाजे के साथ विराजे भगवान राम, पुलिस ने बीच रास्ते रोकी बरात

लखनऊ, जेएनएन। कुर्सी रोड स्थित जैनेसेस क्लब परिसर में बने राष्ट्रीय एकता राम मंदिर में भगवान की प्रतिमा स्थापित करने से पहले निकली राम बरात को पुलिस ने रोक दिया। धारा-144 लागू होने का हवाला देते हुए पुलिस ने भक्तों को एक साथ बग्घी से जाने नहीं दिया। इस बीच पुलिस से हल्की तकरार के बाद नाराज भक्त अलग-अलग गाडिय़ों से कुर्सी रोड पहुंचे, फिर वहां से बरात निकाली और गूंजते जयकारों के बीच मंदिर पहुंचे। इसके बाद मंदिर में विधि-विधान के साथ भगवान राम की प्रतिमा स्थापित की गई।

गौरतलब है कि मुस्लिम कार सेवक मंच की ओर से क्लब परिसर में राम मंदिर का निर्माण कराया गया है। मंगलवार दोपहर 12 बजे मामा चौराहे के पास से राम बरात निकालने की तैयारी थी। बरात को कुर्सी रोड से टेढ़ी पुलिया होते हुए मंदिर पहुंचना था लेकिन, पुलिस ने मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर मुहम्मद आजम खान को मूर्ति लेकर जाने से रोक दिया। बाद में मुहम्मद आजम खान प्रतिमा को कपड़े से ढक कर अपनी गाड़ी से क्लब पहुंचे। इसके बाद पंडित वीरेंद्र मिश्रा ने पूजा अर्चना कर भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की।

महिलाओं ने आरती की और भजन गाकर भगवान का गुणगान किया। इसके बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। बरात निकालने से रोकने पर मुहम्मद आजम खान ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राम बरात निकालने पर पाबंदी पुलिस प्रशासन और सरकार की मंशा जाहिर करती है। योगी सरकार में भी राम बरात निकालने के लिए मंजूरी चाहिए। 

भगवान राम केवल बीजेपी के नहीं, बल्कि सभी के हैं पर, बीजेपी नहीं चाहती कि कोई और भगवान राम की बात करे। इसीलिए पुलिस ने बरात निकालने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि लखनऊ में राम मंदिर बनाकर एक संदेश देने की कोशिश की गई है कि, मुसलमान न तो भगवान राम के खिलाफ है, न ही मंदिर बनने के। दुनिया को गंगा-जमुनी तहजीब का पैगाम देने के लिए राष्ट्रीय एकता राम मंदिर का निर्माण कराया गया है। मंदिर की दीवार पर सभी धर्मों के प्रतीक चिह्न का बैनर लगा है, तो वहीं ङ्क्षहदी में वसुधैव कुटुम्बकम और लकुम दीनाकुम वलियादीन भी लिखा है, जिनका अर्थ एक है। इस मौके पर नदीम, सुफियान, जमाल, मोहसिन खान, सरफराज, मेराज, पूनम, शोभा, सोनम व रूपम मौजूद रहे। 

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