शहीद की चिता पर लगे हिदुस्तान जिंदाबाद के नारे

जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में गत दिवस पाकिस्तानी फायङ्क्षरग में शहीद देवेंद्र सिंह का शव आज अलीगढ़ स्थित पैतृक गांव मुहरैनी पहुंचा। यहां परिजनों को सांत्वना देने वाले तमाम राजनीतिक और गैर-राजनीतिक लोगों का जमावड़ा रहा

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 07 Jan 2015 12:06 PM (IST) Updated:Wed, 07 Jan 2015 12:10 PM (IST)
शहीद की चिता पर लगे  हिदुस्तान जिंदाबाद के नारे

लखनऊ। 'जब तक सूरज चांद रहेगा, देवेंद्र तेरा नाम रहेगा', हिदुस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद', 'भारत से जो टकराएगा, वो चूर-चूर हो जाएगा' जम्मू के सांबा सेक्टर में शहीद हुए अलीगढ़ के जाबांज देवेंद्र सिंह को इन्हीं गगनभेदी नारों के बीच बुधवार सुबह हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। जिला मुख्यालय से 25 किमी. दूर गांव मुहरैनी निवासी पोस्टमास्टर सोवरन सिंह के बेटे देवेंद्र सिंह (29) सोमवार को सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। जम्मू से उनका शव बुधवार आती रात को इगलास थाने पहुंचा था। सुबह 8.40 बजे सैना की टुकड़ी शव को लेकर मुहरैनी पहुंची। शव पहुंचते ही गांव में चीख-पुकार मच गई। हर कोई गांव के इस बहादुर का चेहरा देखना चाहता था। पत्नी, पिता समेत सभी परिजनों का बुरा हाल था, आसपास के गांव से यहां पहुंचे लोगों की आंख भी अपने वीर के लिए नम थीं। इस सब के बीच देश भक्ति की ज्वाला भी सभी के अंदर फूट रही थी। ङ्क्षहदुस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे हर किसी की जुबान पर थे। तिरंगा लेकर बच्चे भी जोश में थे। दाहसंस्कार के लिए जब शव को ले जाने लगे तब माहौल बहुत ही व्याकुल करने वाला था। अंत में देश भक्ति नारों के बीच देवेंद्र को मुखाग्नि दी गई।

परिजनों को सांत्वना

आज भोर उनका पार्थिव गांव मुहरैनी पहुंचा। हर जगह सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। आसपास के गांवों के हजारों लोगों के बीच कई सियासी दलों के नेता पहुंचे। परिजनों को सांत्वना देने वालों में रालोद महासचिव जयंत चौधरी, इगलास विधायक त्रिलोकीराम दिवाकर, बरौली विधायक ठा. दलवीर सिंह, खैर विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी थे। डीएम अभिषेक प्रकाश, एसएसपी जे रविंद्र गौड़ ने भी शहादत को सलाम किया।

शहादत पर गर्व

वर्ष 2006 में देवेंद्र सीमा सुरक्षा बल की नौवीं बटालियन में बतौर सिपाही चयनित हुआ था। पांच भाइयों में वह दूसरे नंबर का था। उसकी रीता से शादी हुई थी। दो बच्चे भी हैं। बेटे की शहादत पर पिता सोवरन सिंह को गर्व है। उन्होंने कहा, देश की रक्षा करते हुए बहादुर बेटा सरहद पर शहीद हुआ है। मुझे इस पर गर्व है। पढ़ रहे छोटे बेटे को मैं दूसरे बेटे भी फौज में भेज दूंगा।Ó

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