धान के लिए वरदान बनेगी बारिश, जलभराव से मूंग व उरद को हो सकता है नुकसान

जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से धान में लगने वाले रोग से मुक्ति भी बारिश से मिलेगी। हालांकि हल्की बारिश से मौसम में नमी जरूर होगी लेकिन धान के खेतों में जलभराव होने पर फायदा होगा।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 01:40 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 01:40 PM (IST)
धान के लिए वरदान बनेगी बारिश, जलभराव से मूंग व उरद को हो सकता है नुकसान
धान की रोपाई के बाद बारिश न होने सूखने लगे थे खेत।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। मौसम में आए बदलाव से जहां एक ओर आम लोगों ने राहत की सांस ली है तो किसानों के चेहरे भी खिल उठे। धान के लिए वरदान बनी बारिश से जहां सूख रहे धान के खेत में पानी भर गया है। जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि अभी इतनी बारिश नहीं हुई है कि खेतों में पान लग जाय, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान सही निकला तो धान के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी। मूंग व उरद के खतों में पानी भरेगा तो उन्हें नुकसान होगा।

जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से धान में लगने वाले रोग से मुक्ति भी बारिश से मिलेगी। हालांकि हल्की बारिश से मौसम में नमी जरूर होगी लेकिन धान के खेतों में जलभराव होने पर फायदा होगा। अगेती धान की रोपाई कर चुके किसानों के लिए यह बारिश लाभकारी होगी।

सब्जियों व आम के लिए नुकसान: तेज बारिश हुई तो आम व सब्जियों के लिए नुकसान होगा। खेतों में पानी भरेगा तो सब्जियों के सडऩे संभावना शुरू हो जाएगा। आम के पेड़ों व नए बागवानी के लिए बारिश लाभकारी है, लेकिन आम के सडऩे की संभावना बढ़ जाएगी। बागवानों को नुकसान होगा। अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र सिंह ने बताया कि सफेदा व चौसा के लिए बारिश नुकसान होगा। इस बार वैसे ही दशहरी के बागवानों को नुकसान हुआ है। आम जल्दी सड़ गया जिसका असर उनकी जेब पर पड़ा है। नए बाग लगाने वालों के लिए यह बारिश वरदान होगी।

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