Railway News: लखनऊ-बाराबंकी के बीच तीसरी लाइन बिछाएगा रेलवे, 30 मिनट से कम समय में तय हो सकेगी दूरी

Railway News भारतीय रेलवे अब लखनऊ से बाराबंकी के बीच तीसरी लाइन बिछाने जा रहा है। इससे दोनों शहरों की दूरी बहुत कम समय में तय की जा सकेगी। अभी तक सिंगल लाइन होने के चलते 20-25 मिनट का समय अधिक लगता था।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Tue, 16 Aug 2022 02:59 PM (IST) Updated:Tue, 16 Aug 2022 02:59 PM (IST)
Railway News: लखनऊ-बाराबंकी के बीच तीसरी लाइन बिछाएगा रेलवे, 30 मिनट से कम समय में तय हो सकेगी दूरी
Railway News: लखनऊ से बाराबंकी होकर गोरखपुर और अयोध्या रूट पर ट्रेनें अब तेज रफ्तार से चल सकेंगी।

Railway News: लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ से बाराबंकी होकर गोरखपुर और अयोध्या रूट पर ट्रेनें अब तेज रफ्तार से चल सकेंगी। रेलवे बाराबंकी से लखनऊ के बीच दो चरणों में लाइनों की क्षमता बढ़ाएगा। रेलवे बाराबंकी से मल्हौर तक डबल लाइन को चार लाइन कर रहा है। अब दिलकुशा से मल्हौर तक डबल लाइन वाले रेलखंड पर एक और सिंगल लाइन बिछायी जाएगी। इससे चारबाग आने और यहां से जाने वाली ट्रेनें बिना किसी रुकावट के तेजी से गुजर सकेंगी। साथ ही लखनऊ से बाराबंकी की दूरी महज 20 मिनट में पूरी की जा सकेगी। 

रेलवे इस समय चारबाग से दिलकुशा तक डबल लाइन वाले सेक्शन को चार लाइन वाला बना रहा है। इसके लिए दशकों पुराने कटाई वाला पुल को तोड़कर उसकी जगह दूसरा पुल बनाया जाएगा। इसका काम भी रेलवे के निर्माण संगठन ने तेज कर दिया है। पुल की नींव तैयार हो गई है। दिलकुशा से चारबाग तक चार लाइन का नेटवर्क होने से उतरेटिया और मल्हौर की ओर से आने वाली ट्रेनें बिना किसी बाधा के निकल सकेंगी। अब रेलवे अगले चरण में गोमती नदी पर पिपराघाट से मल्हौर तक एक नई रेल लाइन बिछाने की तैयारी कर रहा है। रेलवे का मानना है कि इस सिंगल लाइन पर मालगाड़ियों को दौड़ाया जाएगा।

इससे दो लाइन केवल ट्रेन संचालन के लिए उपयोग हो सकेंगी। उन लाइनों पर मालगाड़ियां न होने से एक्सप्रेस ट्रेनें बाराबंकी से छूटकर सीधे चारबाग और चारबाग से रवाना होने के बाद बाराबंकी में ही रुकेंगी। सुबह छह से आठ और शाम सात से रात नौ बजे तक एक दर्जन ट्रेनें जो आउटर पर 20 से 25 मिनट तक फंस जाती हैं। उनके यात्रियों को भी राहत मिलेगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम एसके सपरा ने बताया कि मल्हौर-दिलकुशा की तीसरी लाइन तेज रेल नेटवर्क के लिए बहुत जरूरी है। रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया गया है। वहां से मंजूरी मिलते ही डीपीआर बनाकर सौंपा जाएगा।

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