भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय की वीसी के खिलाफ एक और जांच

लखनऊ। दर्जन भर से अधिक जांचों के घेरे में चल रही भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपि

By Edited By: Publish:Sun, 27 Jul 2014 11:35 AM (IST) Updated:Sun, 27 Jul 2014 11:35 AM (IST)
भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय की वीसी के खिलाफ एक और जांच

लखनऊ। दर्जन भर से अधिक जांचों के घेरे में चल रही भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति श्रुति सडोलिकर काटकर के खिलाफ एक और जांच के आदेश हो गए हैं। विशेष सचिव विद्यासागर प्रसाद ने जांच के लिए वित्त नियंत्रक संस्कृति निदेशालय की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है। संस्कृति निदेशालय के ही संयुक्त निदेशक, उप निदेशक व रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को समिति का सदस्य नियुक्त किया है। कमेटी से जांच आख्या देने को कहा गया है। कमेटी वित्तीय के साथ छात्रा हितांशु शुक्ला की मौत के प्रकरण की जांच करेगी।

भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में चल रही अनियमितताओं का पिटारा एक बार फिर खुल गया है। जांच चल रही है लेकिन हर बार कुलपति की ओर से असहयोग की बात कही जाती रही। राजभवन से भी जांच के लिए कई पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन इसी असहयोग की वजह से कोई भी जांच सिरे नहीं चढ़ी। विशेष सचिव ने 16 जुलाई को जारी कार्यालय आदेश में शासन के पत्र के साथ विभागीय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अरुण कुमारी कोरी का पत्र संलग्न करते हुए कुलपति भातखंडे के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों की जांच का आदेश दिया है।

राज्य मंत्री के पत्र के साथ हाई कोर्ट के अधिवक्ता संजीव त्रिपाठी और शाहजहांपुर निवासी रमेश कुमार शुक्ला का पत्र भी संलग्न किया गया है। अधिवक्ता संजीव त्रिपाठी ने कुलपति के कार्यकाल के दौरान शिक्षकों/कर्मचारियों के उत्पीड़न, वित्तीय अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। रमेश कुमार शुक्ला ने अपनी बेटी कु हितांशु शुक्ला की मौत के मामले की जांच की मांग की है। रमेश कुमार शुक्ला बीते चार वर्ष से अपनी बेटी हितांशु की मौत के जिम्मेदारों को गिरफ्तारी और इंसाफ की मांग कर रहे हैं। हितांशु शुक्ला की मौत भातखंडे के हास्टल में 21 जनवरी, 2010 में संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। रमेश कुमार शुक्ला का आरोप है कि कुलपति श्रुति सडोलिकर काटकर, शिक्षक जयंत खोत, तत्कालीन वार्डन अल्का मिश्रा और चौकीदार ने साजिश कर किराये के हत्यारों द्वारा उनकी बेटी की हत्या करा दी थी। हितांशु की मौत शुक्ला के दौरान काफी जनाक्रोश था और करीब चार माह बाद कैसरबाग कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था। मामले की सीबीसीआइडी जांच चल रही है। शुक्ला का कहना है कि जांच को प्रभावित किया जा रहा है इसलिए आरोपियों को हिरासत में लेकर डीआइजी स्तर के अधिकारी से जांच कराई जाए।

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