अब संसद की तर्ज पर होगी उत्तर प्रदेश सचिवालय की सुरक्षा

जल्दी ही विधानभवन, शास्त्री भवन (एनेक्सी) और बापू भवन की सुरक्षा हाईटेक की जाएगी।

By amal chowdhuryEdited By: Publish:Fri, 24 Mar 2017 02:57 PM (IST) Updated:Fri, 24 Mar 2017 03:04 PM (IST)
अब संसद की तर्ज पर होगी उत्तर प्रदेश सचिवालय की सुरक्षा
अब संसद की तर्ज पर होगी उत्तर प्रदेश सचिवालय की सुरक्षा

लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। भारतीय जनता पार्टी भाजपा की सरकार बनने के बाद सचिवालय के सभी भवनों की सुरक्षा संसद भवन की तर्ज पर मजबूत करने के नए सिरे से प्रयास शुरू हो गये हैं। जल्दी ही विधानभवन, शास्त्री भवन (एनेक्सी) और बापू भवन की सुरक्षा हाईटेक की जाएगी।आतंकवादी घटना की आशंका का ‘इनपुट’ मिलने पर गत वर्ष तत्कालीन सरकार ने सचिवालय के सभी भवनों की सुरक्षा की समीक्षा करने को एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी।

इसमें संसद भवन की सुरक्षा के लिए तकनीकी सलाह देने वाली कंपनी ईसीआइएल, पुलिस, खुफिया एजेंसी, सचिवालय प्रशासन, लोक निर्माण, इलेक्ट्रानिक्स विभाग के प्रतिनिधि शामिल किये गये थे। इस समिति ने संसद, पंजाब विधानसभा की सुरक्षा का अध्ययन कर उत्तर प्रदेश सचिवालय की सुरक्षा की रिपोर्ट तैयार की थी। जिसमें सचिवालय भवन के प्रवेश द्वारों पर बॉडी स्कैनर लगाने का सुझाव भी है। इलेक्ट्रानिक कार्ड के जरिये परिसर में प्रवेश, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाने की बात भी कही गई है।

अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति मशीन लगाने की सिफारिश की गई है। सूत्रों का कहना है कि इसमें सचिवालय के सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने व उन्हें नए सिरे से प्रशिक्षित करने का सुझाव भी है। सरकार गठित होने के बाद सचिवालय प्रशासन ने इन संस्तुतियों के आधार पर सचिवालय के भवनों की सुरक्षा का प्रस्ताव बनाया है।

मुख्यमंत्री का अनुमोदन मिलते ही इस दिशा में कार्य शुरू किया जाएगा। प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन एनएस रवि के मुताबिक सचिवालय सुरक्षा की विशेषज्ञ कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है, जिसमें संसद व पंजाब विधानसभा की तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था के सुझाव दिये गये हैं।

यह भी पढ़ें: सचिवालय में चमकी योगी के मंत्रियों की नेम प्लेटें, देखें किसको कहां मिला कमरा

वॉच टावर भी बनेंगे: सचिवालय भवनों की सुरक्षा के लिए वॉच टॉवर बनाने की बात भी कही है। इनमें स्पॉट लाइट की व्यवस्था भी होगी। हर प्वॉइंट सीसीटीवी की नजर में रहेगा। परिसर में प्रवेश करने वाली गाड़ियों व व्यक्ति की गतिविधि की निगरानी इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के जरिये होगी। इस व्यवस्था को संचालित करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष अलग से बनेगा। बैगेज एक्स-रे की सुविधा भी प्रवेश द्वारों पर रहेगी। प्रत्येक गेट पर अत्याधुनिक बूम बैरियर लगाये जाएंगे। जिससे अनाधिकृत लोगों का प्रवेश रोका जाएगा।

यह भी पढ़ें: नए सचिवालय के लिए 70.27 करोड़ मंजूर

chat bot
आपका साथी