सहज और सुलभ आवास घोटाले की आइआइटी से जांच कराएगा एलडीए

एलडीए में आवंटियों को फौरी राहत देने के लिए एलडीए नया टेंडर कराएगा उपाध्यक्ष ने दिया आदेश।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 05:26 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 05:55 AM (IST)
सहज और सुलभ आवास घोटाले की आइआइटी से जांच कराएगा एलडीए
सहज और सुलभ आवास घोटाले की आइआइटी से जांच कराएगा एलडीए

लखनऊ, जेएनएन। प्राधिकरण सहज और सुलभ आवास योजना में जबरदस्त गड़बड़ियों की जांच स्वतंत्र एजेंसी से करवाएगा। ये एजेंसी आईआईटी स्तर की होगी। एलडीए ने माना है कि इन दोनों आवासों के निर्माण में निर्माणकर्ता एजेंसी ने जबरदस्त कमियां छोड़ी हैं। दूसरी ओर, कमियाें को सुधारने के लिए नए सिरे से टेंडर जारी करने का आदेश उपाध्यक्ष नेे दे दिया है। एलडीए की ओर से ये घोषणा दैनिक जागरण की सहज आवास योेजना को लेकर शनिवार को प्रकाशित समाचार के बाद की गई है।

करीब डेढ़ हजार सुलभ आवास, 127 अपना घर के आवास और सहज आवास के 112 फ्लैटों में कमियां ही कमियां हैं। आवंटियों ने पूरा भुगतान कर दिया है कि मगर उनका सुकून से रह पाना दूभर है। प्राधिकरण ने निर्माणकर्ता कंपनी सिंटेक्स को इस मामले में आरोपी बना दिया है। उसका काफी भुगतान रोका हुआ है। मगर आवंटियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। दैनिक जागरण ने शनिवार को, 200 करोड़ का खर्च, 100 आवंटी बेसहारा, कंपनी फरार शीर्षक से खबर का प्रकाशित किया था। जिसके बाद एलडीए की ओर से सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है।

लविप्रा उपाध्यक्ष इंदुुशेखर सिंह ने बताया कि इस मामले में तीन बिंदुओं पर जांंच करवाई जाएगी। जिसमें पहली होगी स्ट्रेंथ, दूसरी ड्यूरेबिलेटी और तीसरी सर्विसिबिलेटी ये तीनों बिंदु बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन पर जांच होगी। निर्माण कितना मजबूत है, मजबूत है तोे कितना साल चलेगा। तीसरा मजबूत है लंबा चलेगा मगर कोई ऐसी गड़बड़ी तो नहींं है कि मजबूत होने का कोई फायदा ही न हो। जैसे अगर छत की ढाल ही गड़बड़ है तो उसके मजबूत होने का फायदा ही क्या होगा। इसलिए आइआइटी स्तर की एजेंसी सेे जांच कराई जाएगी। जिसके लिए प्रस्ताव हम जल्द जारी कर देंगे। यही नहीं जो भी गड़बड़ियां हैं, उनको दुरुस्त करने के लिए भी काम शुरू कर रहे हैं।

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