श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर यूपी के पुलिसकर्मियों को छुट्टी की सौगात

श्रीकृषण जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को दस दिन काम के बाद एक दिन छुट्टी दिए जाने की घोषणा की है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 25 Aug 2016 09:42 PM (IST) Updated:Sat, 27 Aug 2016 10:45 AM (IST)
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर यूपी के पुलिसकर्मियों को छुट्टी की सौगात

लखनऊ (राज्य ब्यूरो) थानों से लेकर पुलिस लाइन तक जब पुलिसकर्मी जन्माष्टमी के उल्लास में डूबे थे, तो उन्हें छुट्टी के रूप में खुशी की सौगात भी मिल गयी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद अब कांस्टेबल से इंस्पेक्टर पदों तक पुलिसकर्मियों को दस दिन काम के बाद एक दिन छुट्टी मिल सकेगी।

उत्तर प्रदेश के अन्य समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। भगवान कृष्ण का जन्म कारागार में हुआ था। इस कारण पुलिसकर्मी पूरे उल्लास के साथ जन्माष्टमी मनाते हैं। पूरे प्रदेश में पुलिस लाइन से लेकर थानों तक जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की झांकी सजाई जाती है। गुरुवार को राजधानी लखनऊ की पुलिस लाइन में भी जन्माष्टमी समारोह पूर्वक मनायी गयी। यहां राज्यपाल राम नाईक व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे। राज्यपाल व मुख्यमंत्री के सामने पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने पुलिस कर्मियों को उनकी लंबे अर्से से चल रही मांग पूरी होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर के रूप में तैनात पुलिस कर्मियों को दस दिन में एक दिन अवकाश मिला करेगा। मुख्यमंत्री को इस फैसले के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने अगले सप्ताह से ही इस प्रक्रिया पर अमल की घोषणा भी की। Read: राजधानी में मुजफ्फरनगर जैसे हालात नहीं दोहराने देंगे: आजम

साप्ताहिक अवकाश की मांग पूरी

दरअसल पुलिसकर्मी लंबे समय से एक साप्ताहिक अवकाश की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि वे रोज 16 से 18 घंटे ड्यूटी करते हैं। छुट्टी न मिलने के कारण वे रिश्तेदारी से लेकर घर तक के जरूरी काम नहीं कर पाते हैं। इससे उनकी दिनचर्या पर तो असर पड़ता ही है, मानसिक दशा भी प्रभावित होती है। अभी तक पुलिस कर्मियों की कमी के कारण इन्हें साप्ताहिक अवकाश की मंजूरी नहीं मिल रही थी। हाल ही में पुलिस महकमे में 35 हजार रंगरूटों की भर्ती के बाद अवकाश की मुहिम एक बार फिर शुरू हुई थी। डीजीपी जावीद अहमद ने शासन को इस बाबत प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर अमल के लिए मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी का दिन चुना, तो पुलिस कर्मियों की खुशी और बढ़ गयी।

थाने में हुआ था प्रयोग

साप्ताहिक अवकाश के लिए सबसे पहले कुछ वर्ष पूर्व प्रयोग के लिए राजधानी लखनऊ के गोमती नगर थाने को चुना गया था। तब वहां सप्ताह में एक दिन छुïट्टी देने की पहल हुई थी। इसके बाद वाराणसी व गोरखपुर के एक-एक थाने में भी इसकी शुरुआत के निर्देश दिये गए, किन्तु घटनाओं में वृद्धि और पुलिस बल की कमी के कारण यह प्रयोग विस्तार नहीं ले सका।

पुलिस लाइन में झांकी

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पुलिस लाइन में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। एटीएस के एडीजी महेंद्र सिंह मोदी की पत्नी सीमा मोदी व उनके साथी कलाकारों ने श्रीकृष्ण की लीलाओं पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। अब मौका था मथुरा से आए कलाकारों के प्रदर्शन का। मयूर प्रसंग पर कलाकारों ने राधा-रानी गीत पर अद्भुत प्रस्तुति देकर पुलिस लाइन में मौजूद हजारों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। परिवार संग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मना रहे पुलिसकर्मी बेहद प्रसन्न नजर आए। राज्यपाल व मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी नजर आई। लोगों ने पुलिस लाइन में लगाई गई झांकी देखी और भगवान के दर्शन किए। रात 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर श्री बांके बिहारी लाल के जयकारे से पूरा पुलिस लाइन गुंजायमान हो उठा। इसके बाद लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार आलोक रंजन, मंत्री राजेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव दीपक सिंघल, एसएसपी मंजिल सैनी व जिलाधिकारी राजशेखर समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

..जब खूब बजी तालियां

दीप प्रज्ज्वलन के बाद डीजीपी जावीद अहमद ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री की ओर से पुलिसकर्मियों को 10 दिन पर एक दिन का अवकाश दिए जाने के तोहफे का जिक्र किया। यह सुनकर पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के परिवारीजनों ने तेज शोर मचाकर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

मनगढ़ धाम में उतरा ब्रज व गोकुल

प्रतापगढ़ के भक्ति धाम मनगढ़ में जन्माष्टमी पर गुरुवार शाम ब्रज व गोकुल से छटा बिखरी। शाम से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ राधे-राधे का उद्घोष करती नजर आई। भक्ति व आस्था का संगम देखते ही बना। जगद्गुरु कृपालु जी महाराज द्वारा स्थापित मनगढ़ स्थित भक्ति धाम अध्यात्म और स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है। राधा कृष्ण मंदिर में सजी झांकियों को देखने का आनंद ही अलग रहता है। जन्माष्टमी पर यहां कई झांकियां सजाई गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल तैनात था। मंदिर के मुख्य द्वार से राधा कृष्ण मंदिर तक पहुंचने के लिए दर्शनार्थियों को कई राउंड बैरिकेडिंग पार करनी पड़ी।

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