कैश की किल्लत से जूझते कैशलेस लोगों का दिन भर हंगामा

उत्तर प्रदेश में नकदी संकट कानून व्यवस्था के लिए संकट बन रहा है। अवकाश के बाद खुले बैंकों का खजाना खाली रहने से आज का दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Tue, 13 Dec 2016 07:37 PM (IST) Updated:Tue, 13 Dec 2016 08:50 PM (IST)
कैश की किल्लत से जूझते कैशलेस लोगों का दिन भर हंगामा

लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में नकदी संकट अब कानून व्यवस्था के लिए बड़ा संकट बनता जा रहा है। तीन दिन के अवकाश के बाद खुले बैंकों का खजाना खाली रहने से आज जबर्दस्त हंगामे की भेंट चढ़ गया। नोटबंदी के 35 दिन बाद भी नकदी के बड़े संकट का सामना कर रहे लोगों ने जगह-जगह हाईवे और व्यस्ततम मार्ग जाम किए। बहस, तकरार और नारेबाजी करती भीड़ ने ताले डालकर बैंक स्टाफ को बंधक तक बनाया। रामपुर में बैंक पर लाइन में लगे वृद्ध की मौत को लेकर भीड़ ने भारी विरोध जताया। कड़ाके की सर्दी के बावजूद बैंकों पर सुबह चार-पांच बजे से जबर्दस्त भीड़ जमा हो गयी। एटीएम पर भी ऐसे ही हालात रहे।

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नो कैश पर फूटता रहा गुस्सा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लगभग सभी बैंकों में भीड़ रही। कैश की किल्लत बनी रही और शहर के ज्यादातर एटीएम खाली पड़े रहे। सुलतानपुर, अलीगंज व गोसाईगंज में गुस्सा फूटा। सड़क जाम हुईं। लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग तीन घंटे व लखनऊ-बलिया राजमार्ग आघे घंटे ठप रहा। अंबेडकरनगर में ग्राहकों ने बैंकों के सामने जमकर हंगामा किया। बलरामपुर में इलाहाबाद बैंक में बेटी की शादी का कार्ड लेकर रुपये निकालने आई महिला धरने पर बैठ गई। सीतापुर के पिसावां कस्बे में भुगतान न होने से नाराज मनरेगा मजदूरों व अन्य ग्राहकों ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक के अधिकारियों व कर्मियों को बंधक बनाकर शाखा पर बाहर से ताला डालकर यातायात जाम कर दिया। अमेठी ग्राहकों ने हंगामा कर राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-वाराणसी जाम कर दिया। लखीमपुर, फैजाबाद, श्रावस्ती, रायबरेली, बाराबंकी, बहराइच और फैजाबाद में कैश की किल्लत रही। गोरखपुर-बस्ती मंडल में कुछ बैंकों पर रात से तो कुछ पर लोग सुबह चार बजे से ही लाइन लगाए रहे। कुछ बैंकों पर हंगामा भी हुआ। ग्राहकों ने जगह-जगह जाम लगा दिया। बस्ती जिले में चार जगह लोगों ने रास्ता जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए। सिद्धार्थनगर में ग्राहकों ने बांसी-बस्ती एनएच और देवरिया में कसया मुख्य मार्ग जाम कर दिया। कुशीनगर, महराजगंज में भी हंगामा कर सड़क जाम की गई।

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मध्य यूपी की बैंकों का काम पटरी से उतरा

मध्य यूपी के बुंदेलखंड और कानपुर की बैंक शाखाओं का दैनिक कामकाज पटरी से उतरा रहा। बुंदेलखंड के जिलों में सुबह से ही बैंकों के सामने लंबी-लंबी लाइनें लगी रहीं। कहीं पर सर्वर धड़ाम रहा तो कहीं कैश की किल्लत से उपभोक्ता जूझे। उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, फतेहपुर, फर्रुखाबाद, बांदा, उरई, कन्नौज, औरैया तथा इटावा में चंद लोगों को ही कैश मिल पाया। इन जिलो के एटीएम शोपीस बने रहे। इलाहाबाद में नकदी का संकट बना रहा। अलीगढ़ में कई बैंकों में कैश न होने पर हंगामा करती भीड़ ने जाम लगाया। कैश न होने पर शाहजहांपुर की एसबीआइ शाखा बंडा में भीड़ ने तालाबंदी कर स्टॉफ को बंधक बनाकर जमकर नारेबाजी की। फीरोजाबाद में कोटला चुंगी चौराहा की सिंडीकेट बैंक शाखा पर तो 'नो कैश' का बोर्ड देख महिलाओं ने ओवर ब्रिज पर पहुंच हाइवे जाम कर दिया। एटा में बैंक खातों से वेतन न निकल पाने पर शिक्षकों ने श्रेयस ग्रामीण बैंक में तालाबंदी कर दी। मैनपुरी में भी बैंकों में कैश नहीं मिला। आगरा और मथुरा में भी कैश को लेकर बैंकों पर हंगामे होते रहे। एटीएम भी नोट नहीं उगल पाए।

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मजिस्ट्रेट के पिता को बेंककर्मियों ने पीटा

बरेली में गांव बरखन में हफ्ते भर से रुपये नहीं मिलने पर लोगों ने मार्ग जाम किया तो नवाबगंज में मुंसिफ मजिस्ट्रेट के पिता से बेंक कर्मियों ने मारपीट कर दी। बिहारीपुर एसबीआइ शाखा पर लोगों ने हंगामा कर मैनेजर का घेराव किया। पीलीभीत में नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर हंगामा काटा। मेरठ, सहारनपुर, बुलंदशहर, शामली में खाली एटीएम जनाक्रोश बढ़ाते रहे। बिजनौर में ग्राम भागूवाला की एसबीआइ शाख से कैश नहीं मिलने पर लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 74 जाम कर दिया।मुरादाबाद, संभल में भी कई जगह हंगामे हुए और सड़कें जाम कीं। अमरोहा में भी हंगामा होता रहा। सभी एटीएम बंद रहे। रामपुर में केमरी में बैंक ऑफ बड़ौदा की लाइन में लगे वृद्ध की मौत को लेकर हंगामा हुआ। कई जगह हंगामे के साथ लोगों ने जाम लगाया। बिलासपुर में भाकियू भानू गुट ने आरबीआइ के गवर्नर का पुतला फूंका।

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