लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़े राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस चार वर्ष बाद फिर एकजुट

गत लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़े राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस चार वर्ष बाद फिर एकजुट हुए।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 07:05 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 07:05 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़े राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस चार वर्ष बाद फिर एकजुट
लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़े राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस चार वर्ष बाद फिर एकजुट

जेएनएन, लखनऊ। गत लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़े राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस चार वर्ष बाद फिर एकजुट हुए। राजस्थान विधानसभा चुनाव दोनों मिलकर लड़ रहे हैं जबकि समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी ने दूरी बना ली है। राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए उप्र से कांग्रेस व रालोद नेताओं की टोलियां जाएगी। 

रालोद के हिस्से में दो सीटें भरतपुर और मालपुरा आई हैं। रालोद नेताओं खासतौर से पश्चिम उप्र से ताल्लुक रखने वालों को राजस्थान पहुंच कर चुनाव-प्रचार में जुटने को कहा गया है।

कांग्रेस-रालोद गठबंधन कारगर रहेगा

राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने दावा किया कि भाजपा को हराने के लिए राजस्थान में कांग्रेस-रालोद गठबंधन कारगर रहेगा। प्रचार के लिए आईटी टीम गठित की है। सोशल मीडिया पर प्रचार- प्रसार के लिए गठित टीमों का कार्यक्षेत्र भी बांट दिया गया है। आईटी सेल के प्रांतीय संयोजक ऐश्वर्यराज सिंह ने बताया कि टीम के सदस्य आवंटित क्षेत्र में मोबाइल डाटा एकत्र करने के साथ फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर व एसएमएस के जरिए प्रत्याशियों का प्रचार करेंगे। इसके साथ ही जनसभा व अन्य कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण किया जाएगा।  

मालपुरा विधान सभा क्षेत्र की टीम में पंकज तुगाना, विश्वेन्द्र प्रताप व आशीष तोमर (बागपत) को शामिल किया गया जबकि भरतपुर क्षेत्र की टीम में रवि पचेरा (मथुरा), जीतू  चौधरी (आगरा)व सचिन पचेरा (हाथरस) शामिल होंगे। ऐश्वर्यराज ने बताया कि राजस्थान की चुनाव संचालन समिति में राहुल राणा(मुजफ्फरनगर),मोंटी कादियान, उदित  चौधरी (मुजफ्फरनगर), पंकज कालखंडे (शामली), विवेक देओल, अनुज दवास (बिजनौर), जीतू खोखर, अनिरूद्व  चौधरी (बागपत), अतहर महमूद (बुलंदशहर),राधेश्याम  चौधरी (अलीगढ़),विराज  चौधरी, बने सिंह व नीरज  चौधरी (मथुरा) होंगे।

धर्मसभा से बनेगा आतंक का माहौल

राहुल- राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता सुरेंद्र नाथ त्रिवेदी ने अयोध्या में आयोजित होने वाली धर्मसभा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे आतंक का वातावरण बनेगा और अराजक तत्वों को भी माहौल बिगाडऩे का मौका मिलेगा। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का मंंदिर बनाने पर किसी भी वर्ग को आपत्ति नहीं है। भारतीय जनता पार्टी खुद अपने राजनीति स्वार्थ के लिए समाधान करना नहीं चाहती है।

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