मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर व्यापार मंडल ने लखनऊ की गांधी प्रतिमा पर दिया धरना, कहा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले हत्या का मुकदमा

कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने मंगलवार को गांधी प्रतिमा पर धरना-प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 07:42 PM (IST)
मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर व्यापार मंडल ने लखनऊ की गांधी प्रतिमा पर दिया धरना, कहा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले हत्या का मुकदमा
व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने दिया लखनऊ की गांधी प्रतिमा पर धरना।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड को लेकर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने मंगलवार को गांधी प्रतिमा पर धरना-प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल की अगुवाई में यह प्रदर्शन किया गया। व्यापारी नेता ने कहा कि हत्यारोपी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में हत्या का मुकदमा चलाया जाए जिससे जल्द से जल्द उसे न्याय मिले। प्रकरण को कानपुर स्थानांतरित किया जाए और वहीं केस चलाया जाए।

उन्होंने कहा कि होटल में जांच के नाम पर पुलिस द्वारा व्यापारियों को प्रताड़ित करने वाली घटना अक्षम्य अपराध है। इस पर सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई कर एक उदाहरण पेश करना चाहिए जिससे भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो। व्यापारी अपनी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचा रहा है। उन्होंने ई-कामर्स कंपनियों पर भी हमला बोला। भारत सरकार से महंगाई को रोकने के लिए डीजल पेट्रोल रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की। जीएसटी परिषद द्वारा कपडे, फुटवियर, ईट, भट्टा, रेडीमेड पर बढ़ाई जाने वाली प्रस्तावित दरों को वापस लेने की मांग की। इस मौके पर नगर महामंत्री सुरेश छबलानी, कार्यवाहक अध्यक्ष जावेद बेग, आकाश गौतम, अनुज गौतम, अश्वन वर्मा,मोहनीश त्रिवेदी, संजय सोनकर, एकता अग्रवाल, जितेन्द्र कनौजिया, हरीश मालानी, शुभम गुप्ता, राजीव अरोड़ा, रूप यादव, आरके मिश्रा, रज्जन खान, राजेश गुप्ता समेत प्रदेश के अन्य जिलों से भी आए व्यापारियों ने धरने में हिस्सा लिया।

मनीष गुप्ता हत्याकांड का घटनाक्रम 27 सितंबर- पुलिस की पिटाई से मनीष गुप्ता की मौत 28 सितंबर- इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह सहित छह पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस 29 सितंबर- गोरखपुर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की 30 सितंबर- विवेचना क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर को सौंपी गई 1 अक्टूबर- केस कानपुर एसआइटी को ट्रांसफर 2 अक्टूबर- एसआइटी कानपुर ने गोरखपुर पहुंचकर शुरू की जांच 3 अक्टूबर- होटल, हास्पिटल व मेडिकल कालेज पहुंचकर जुटाए साक्ष्य 4 अक्टूबर- मनीष के हत्या किये जाने के मिले प्रमाण 5 अक्टूबर- आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गईं 6 अक्टूबर- एसपी क्राइम व सीओ कैंपियरगंज के नेतृत्व में दो टीमें बढ़ाई गईं 7 अक्टूबर- आरोपितों के स्वजन व रिश्तेदारों पर बढ़ा पुलिस का दबाव 8 अक्टूबर- छापेमारी के लिए गोरखपुर व कानपुर की आठ-आठ टीमें लगाई गईं

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