समाधान दिवस: 9 फरियादियों ने सौंपे शिकायती पत्र

By Edited By: Publish:Sun, 20 Jul 2014 01:42 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jul 2014 01:42 AM (IST)
समाधान दिवस: 9 फरियादियों ने सौंपे शिकायती पत्र

तालबेहट(ललितपुर): कोतवाली प्राँगण तालबेहट में समाधान दिवस का आयोजन उपजिलाधिकारी रत्‍‌नाकर मिश्र की अध्यक्षता तथा क्षेत्राधिकारी ओमकार सिंह यादव की देखरेख में किया गया। इस मौके पर कुल 9 प्रार्थनापत्र आये जिनमें मौके पर किसी का भी निस्तारण नहीं हो सका। सबसे ज्यादा प्रार्थनापत्र भूमि विवाद से सम्बन्धित थे। छोटे-छोटे विवादों को राजस्व व पुलिस के सहयोग से हल कराने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को प्रत्येक थाने में समाधान दिवस आयोजित किया जाता है।

समाधान दिवस के अवसर पर उपजिलाधिकारी ने बताया कि शासन की मंशा है कि छोटे-छोटे विवादों को लेकर लोगों को भटकना न पड़े। शासन द्वारा शुरू किये गये समाधान दिवस के मौके पर सभी विभागों के अधिकारी एक साथ उपस्थित रहकर पीड़ित को न्याय दिलाने का कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि समाधान दिवस में आये प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्यवाही से फरियादियों में उम्मीद की किरण जागी है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि समाधान दिवस में आये प्रार्थना पत्रों का निस्तारण दोनों पक्षों को सुनकर कराया जायेगा। उन्होंने समाधान दिवस के दौरान प्राप्त प्रार्थना पत्रों को पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों को सौंपते हुये त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक हाकिम सिंह यादव, एसएसआई सुभाषचन्द्र नामदेव, राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा, राजस्व निरीक्षक सरजू प्रसाद सिंह, लेखपाल राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, सुरेन्द्र सोनी, संतराम जाटव, नन्दूलाल झा, दीनदयाल मिश्रा, देवशरण उपाध्याय, सियाराम दोहरे, धर्मेन्द्र सिंह राजपूत, राजकुमार वर्मा, गयाप्रसाद वर्मा आदि मौजूद रहे।

यहाँ भी छाया फर्जी अदेयप्रमाण पत्र का मुद्दा

तालबेहट: शनिवार को आयोजित समाधान दिवस के मौके पर कोतवाली अन्तर्गत ग्राम सुनौरी निवासी गोविन्दसिंह पुत्र चन्दनसिंह यादव ने शिकायती पत्र सौंपकर नगर के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में कर्मचारी पर अदेय प्रमाण पत्र पर अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया। पीडि़त ने अधिकारियों को बताया कि एक राष्ट्रीयकृत बैंक में तैनात प्राईवेट कर्मचारी द्वारा उससे 150 रूपये लिये गये तथा अगले दिन अदेय प्रमाण पत्र दे दिया गया। यह अदेय प्रमाण पत्र लेकर जब वह अपने बैंक पहुँचा तो बैंक अधिकारी द्वारा प्रमाणपत्र पर लगाई गई मुहर व हस्ताक्षर फर्जी बताकर उसे पुन: प्रमाणपत्र जारी कराने के निर्देश दिये। जब वह पुन: प्रमाण पत्र जारीकर्ता बैंक में पहुँचा और पूरे प्रकरण से बैंक अधिकारियों को अवगत कराया तो बैंक अधिकारियों द्वारा उल्टे किसान को ही डाँट-फटकार कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पीड़ित ने बैंक में तैनात प्राईवेट कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करने की गुहार लगाई है।

इनका कहना है

जाँच में कई तथ्य सामने आये है। आरोपी द्वारा इसके पूर्व में भी कई किसानों के इसी तरह अदेय प्रमाण पत्र जारी किये गये थे। चूकि मामला गम्भीर है, इसलिये पूरे प्रकरण की गहन जाँच के बाद जो भी इस मामले में दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कार्यवाही जरूर की जायेगी।

हाकिम सिंह यादव प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली तालबेहट।

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