40 साल पुरानी मशीनों के सहारे हो रहा है एक्सरे

लखीमपुर जिला अस्पताल के मरीजों का एक्सरे करीब 40 साल पुरानी मशीनों के सहारे हैं दिन-ब-दिन बढ़ता लोड इन मशीनों के खराब होने का भी कारण है। जिसके चलते यह मशीनें आए दिन खराब होती हैं इससे यहां मरीजों को भी दिक्कतें होती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Aug 2019 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 07 Aug 2019 11:12 PM (IST)
40 साल पुरानी मशीनों के सहारे हो रहा है एक्सरे
40 साल पुरानी मशीनों के सहारे हो रहा है एक्सरे

लखीमपुर : जिला अस्पताल के मरीजों का एक्सरे करीब 40 साल पुरानी मशीनों के सहारे हैं दिन-ब-दिन बढ़ता लोड इन मशीनों के खराब होने का भी कारण है। जिसके चलते यह मशीनें आए दिन खराब होती हैं, इससे यहां मरीजों को भी दिक्कतें होती हैं। दो दिन पहले भी एक्स-रे कक्ष में मशीन बिगड़ जाने से मरीजों को निराश होकर निजी अस्पतालों में जाकर एक्स-रे कराना पड़ा था। किसी तरह मशीन को बनवाया गया। बुधवार को मरीजों का फिर एक्सरे शुरू हो गया।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके वर्मा की मानें तो मशीनों पर बढ़ता हुआ लोड इसका प्रमुख कारण है। जिसके चलते मशीनें बार-बार बिगड़ रही है। एक मशीन से करीब 40 के आसपास एक्स-रे करने की क्षमता होती है लेकिन, प्रत्येक मशीन से करीब डेढ़ सौ एक्सरे हर रोज किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल के एक्स-रे कक्ष में दो मशीनें है। ऐसे में बढ़ता हुआ लोड रोज मशीनों के बिगड़ने का कारण बन रहा है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.संतोष मिश्र भी मानते हैं कि जनसंख्या बढ़ने के साथ-साथ जिले में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। इस हिसाब से एक्स-रे के लिए भी आधुनिक मशीनों की जरूरत है लेकिन, जिला अस्पताल में 1980 की लगाई हुई मशीनें हैं। जिनके द्वारा एक्स-रे किया जा रहा है। ऐसे में इन मशीनों का रोज-रोज बिगड़ना स्वाभाविक है। सोमवार को भी ऐसी ही तकनीकी खराबी आ गई थी। जिसके चलते मंगलवार को पूरे दिन एक ही मशीन के सहारे किसी तथा मरीजों का एक्सरे किया गया था लेकिन बाद में उसे बनवा दिया गया। इसके बाद स्थिति बहाल हो गई।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी