उम्मीदें उड़ा ले गई आंधी

By Edited By: Publish:Sat, 19 Apr 2014 12:34 AM (IST) Updated:Sat, 19 Apr 2014 12:34 AM (IST)
उम्मीदें उड़ा ले गई आंधी

लखीमपुर: जिले में शुक्रवार की सुबह से शुरू हुई बारिश व तेज हवाओं ने गेहूं की तैयार खड़ी फसल को बरबाद कर दिया है। खेतों में खड़ी फसल पलट गई है। कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक बारिश के चलते गेहूं के दाने भीगने के कारण काले पड़ जाएंगे। तेज हवाओं के चलते पेड़ों पर लदे कच्चे आम गिरे हैं। बारिश और तेज हवाओं से सबसे अधिक नुकसान आम व गेहूं की फसलों का हुआ है। मोहम्मदी, पसगवां व मैगलगंज क्षेत्र में तेज हवाओं व बारिश से फसलों को ही काफी नुकसान हुआ है।

धौरहरा: गुरुवार की रात से अचानक बिगडे़ मौसम के मिजाज ने किसानों के खिले चेहरे पर मायूसी पोत दी। शुक्रवार को आंधी और बारिश में सैकड़ों किसानों का खेत में खड़ा गेहूं बर्बाद हो गया। बहुतो का तो ये हाल था कि उनकी मड़ाई बीच में छूट गई।

खेतों में आजकल दिन-रात काम हो रहा है। गुरुवार की रात और शुक्रवार दिन में आई तेज आंधी ने खेतों में कटे पडे़ गेहूं को तो उड़ा ही दिया। खडे़ गेहूं की भी दुर्दशा देख कर किसानों का कलेजा मुंह में आ गया। तेज आंधी से पूरे-पूरे खेत ना सिर्फ लुढ़क गए, गेहूं की बालियां भी टूट कर उड़ गई। जहां कंपाइन से गेहूं काटा जा रहा था वो काम भी बीच में रुक गया और थ्रेशर से मड़ाई के लिए लगाए गए चट्टों को तो समेटना ही असंभव हो गया। रही सही कसर बरसात ने पूरी कर दी। किसान आंधी में उड़ी फसल को जैसे-तैसे संभालकर बचा खुचा समेट लें, शायद प्रकृति को यह भी मंजूर नहीं था। इस बरसात ने तहस-नहस हो चुकी फसल को समेटने की उम्मीद भी खत्म कर दी। इस देवीय प्रकोप से क्षेत्र के हजारों किसान तबाह हो गए हैं।

बेलरायां : क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं की फसल को पहुंचा है। साथ भट्टा मालिकों में भी मायूसी छा गई है। बारिश के कारण कच्ची ईटों के गलने की सूचना प्राप्त हुई है। इस कारण भट्ठा मालिकों को लाखों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। वहीं गेहूं की फसल बर्बाद होने के कारण किसान परेशान नजर आ रहे हैं। बारिश के कारण क्षेत्र में जलभराव व कीचड़ के कारण राहगीरों का निकलना दूभर हो गया है। वहीं चीनी मिल में बैगास भीग जाने के कारण ब्वायलरों में फीडिंग कार्य सुचारु रूप से न हो पाने के कारण कुछ देर तक प्रोसेस कार्य भी प्रभावित रहा।

अमीरनगर: बारिश ने मौसम को एकाएक ठंड की ओर ढकेल दिया। शीत लहर के कारण ऐसा लग रहा है कि सर्दी का मौसम फिर आ गया। जबकि इस बारिश से किसानों को लाभ पहुंचा और बागवान को नुकसान पहुंचाने के आसार हैं।

बारिश ने चौपट की गेहूं की फसल

कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार विसेन ने बताया कि इस बार गेहूं की फसल बहुत अच्छी थी, लेकिन शुक्रवार को हुई बारिश ने गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि तेज आंधी व बरसात के कारण खेतों में खड़े गेहूं का दाना काला पड़ जाएगा। इसके अलावा इस बार आम की फसल अच्छी होने के आसार थे। आम से लदे हुए वृक्ष तेज हवाओं के चलते फल टूटकर नीचे गिर गए। इससे फल के गिरने से आम की फसल का नुकसान हुआ है। थोड़ा बहुत असर शाक भाजी की फसलों पर भी हुआ है।

मौसम के बदले मिजाज से बढ़ी मुश्किलें

मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को एक बार फिर ठंड का एहसास करा दिया। वहीं सुबह से शाम तक रुक-रुक कर हुई बारिश ने भी लोगों को खूब भिगोया। बारिश व ठंड से मौसम का पारा भी नीचे आ गया। इसे लोगों को ठंड का भी एहसास हुआ। तेज ठंडी हवा से मौसम काफी सुहाना हो गया। वहीं खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई पड़ने लगीं। शुक्रवार को मौसम सुबह साफ था करीब सात बजते बजते आसमान में तेज हवा के साथ काले बादल घिरने लगे। इसके करीब एक घंटे बाद तेज हवा ने आंधी का रूप ले लिया। घने काले बादलों से घिरे आसमान में कुछ देर बाद हल्की बारिश भी शुरू हो गई। आंधी से जहां कुछ मकानों की टीनें उड़ गई। वहीं एक दो स्थानों पर तार भी टूट गए। आंधी रुकने के बाद सुबह से शाम तक ठंडी हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही। कभी तेज धीमी फुहार से दिन भर मौसम में नई बनी रही। मौसम का पारा जो बीते दिनों गरमाकर तीस या 32 डिग्री पर पहुंच रहा था। नीचे सरक कर 25 डिग्री सेल्सियस रह गया।

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