हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी, 70 करोड़ का कारोबार प्रभावित

इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन व बैंक इंप्लाइज फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान पर मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक को छोड़ सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। बैंकों में ताला बंद होने के कारण कामकाज पूरी तरह ठप रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 10:43 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 10:43 PM (IST)
हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी, 70 करोड़ का कारोबार प्रभावित
हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी, 70 करोड़ का कारोबार प्रभावित

कुशीनगर: इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन व बैंक इंप्लाइज फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान पर मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक को छोड़ सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। बैंकों में ताला बंद होने के कारण कामकाज पूरी तरह ठप रहा।

बैंकों के विलय व आíथक सुधारों के विरोध में सुबह ताला न खोल बैंक कर्मियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक, ओरियंटल बैंक आफ इंडिया, इंडियन बैंक आदि की शाखाओं में कामकाज ठप रहने के कारण जमा व निकासी करने आने वाले ग्राहकों को निराश होकर लौटना पड़ा। छह सूत्रीय मांगों को लेकर बैंक कर्मी ने अलग-अलग सभाओं में केंद्र सरकार की नीतियों को जम कर कोसा।

इस दौरान यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक केजी श्रीवास्तव, त्रिपुरेश मणि त्रिपाठी, बजरंगी गुप्ता, हरिलाल, अभिषेक, राघवेंद्र मौर्य, शेषनाथ आदि मौजूद रहे। हाटा कार्यालय के अनुसार कस्बे में एसबीआई को छोड़ सभी बैंकों में सुबह से ही ताले नहीं खुले। इलाहाबाद बैंक के शाखा प्रबंधक अमित द्विवेदी ने बताया कि कर्मचारी विलय को लेकर आंदोलित हैं। अगर सरकार ने इस पर रोक नहीं लगाई तो कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। अग्रणी जिला प्रबंधक हिमांशु चौबे ने बताया कि हड़ताल की वजह से लगभग 70 करोड़ का बैंकिग कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।

---

इंसेट

ड्राई रहे एटीएम

-बैंक कर्मियों के हड़ताल पर रहने के कारण नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों के एटीएम ड्राई रहे। एक तरफ बैंकों में ताला बंद व दूसरी ओर एटीएम में पैसा न होने के कारण लोगों को बैरंग लौटना पड़ा।

--

इंसेट

कहते हैं उपभोक्ता

पीएनबी सुभाष चौक से निकासी के लिए पहुंचे राम अधार ने कहा कि पहले कोई सूचना नहीं दी गई, आने पर पता चला कि बैंक बंद है। प्रियंका, आरती देवी, वंदना व सोनाली ने कहा कि एटीएम कई एटीएम बंद रहे, जो खुले थे वहां भी पैसा नहीं था।

chat bot
आपका साथी