झेली बाढ़ की विभीषिका, अब कठिन हुई डगर

कुशीनगर खड्डा ब्लाक के दियारा में बसे आधा दर्जन गांवों के लोग किसी तरह बाढ़ की विभीषिक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 12:41 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 12:41 AM (IST)
झेली बाढ़ की विभीषिका, अब कठिन हुई डगर
झेली बाढ़ की विभीषिका, अब कठिन हुई डगर

कुशीनगर: खड्डा ब्लाक के दियारा में बसे आधा दर्जन गांवों के लोग किसी तरह बाढ़ की विभीषिका तो झेल लिए, लेकिन धंसी पुलिया और कटी सड़क से आवागमन मुश्किल हो गया है। कई जगह सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने और बड़े गड्ढे हो जाने से लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। आने- जाने के लिए लोगों ने बांस का अस्थायी पुल (चह) बनाया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन उनकी पीड़ा नहीं समझ रहा है।

दियारा क्षेत्र के मरिचहवा, शिवपुर, नरायनपुर, शाहपुर, हरिहरपुर, बसंतपुर आदि गांवों की आबादी करीब 10 हजार है। एक-दूसरे गांवों को जोड़ने वाली सड़कों पर करीब लगभग 15 पुलिया बनाई गई हैं, जो बाढ़ में धंस गई हैं या क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। मरिचहवा-बसंतपुर सड़क, बसंतपुर-शिवपुर सड़क, मरचहवा से सोहगीबरवा जाने वाली पिच सड़क कई जगह 10 से 20 फीट तक की लंबाई में कट गई है। बीमार लोगों, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में काफी समस्या हो रही है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

आवागमन को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क कट जाने व पुलिया धंस जाने से भारी सामान न ले जा सकते हैं और न ही गांव में ले आ सकते हैं।

राजेश कुमार।

सड़क बन जाए तो दियारा के लोगों की जिदगी पटरी पर आ जाएगी। सड़क के अभाव में खेती, इलाज, सुरक्षा सब प्रभावित हो रहा है। शासन-प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।

प्रकाश साहनी

जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की उदासीनता के कारण बाढ़ के एक माह बाद भी सर्वे पूरा नहीं हो पाया है। दियारा के लोगों की दशा कब सुधरेगी, बताने वाला कोई नहीं है।

अलख यादव।

शाहपुर गांव की सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। गर्भवती महिलाओं को को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। खेती बारी का समय है, बाहर से खाद, बीज मंगाना संभव नहीं हो पा रहा है। खेती पिछड़ जाएगी।

संगीता देवी

बाढ़ में ध्वस्त हुई पुलिया और सड़कों को बनाने के लिए विभाग की ओर से सर्वे करा लिया गया है। शासन से जैसे ही धन उपलब्ध होगा, निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

अरविद कुमार, एसडीएम।

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