गोलू बाबा ट्रस्ट फैला रहा अंधविश्वास

कौशांबी सरायअकिल के बेरुई गांव में एक छह वर्षीय बालक के मात्र छू देने से रोगों से निजा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 11:36 PM (IST)
गोलू बाबा ट्रस्ट फैला रहा अंधविश्वास
गोलू बाबा ट्रस्ट फैला रहा अंधविश्वास

कौशांबी : सरायअकिल के बेरुई गांव में एक छह वर्षीय बालक के मात्र छू देने से रोगों से निजात मिल जाती है। इस दावों के साथ हजारों की संख्या में लोग जमा होते थे। इसको लेकर अधिकारियों से शिकायत हुई। डीएम ने जांच का निर्देश दिया। 22 फरवरी को सीओ चायल की जांच रिपोर्ट डीएम को भेजी गई। यह रिपोर्ट चौकाने वाली है। पुलिस ने भी गोलू बाबा ट्रस्ट के माध्यम से संचालित इस आयोजन को अंधविश्वास फैलाने वाला करार दिया।

बेरुई गांव निवासी राजू का छह वर्षीय पुत्र गोलू को लेकर दावा किया जा रहा है कि उसके छूने मात्र से रोग ठीक हो जाता है। गोलू के अंदर ईश्वरी शक्ति है। इसके बाद से वहां हजारों की भीड़ लगने गली। इसको लेकर कुछ लोगों ने शासन के साथ जिले के अधिकारियों से शिकायत की। डीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच का निर्देश दिया। सीओ चायल श्यामकांत ने प्रकरण की जांच की। उन्होंने इसकी रिपोर्ट एसपी को दी। एसपी ने जांच रिपोर्ट सीडीओ के माध्यम से डीएम को भेजी। तत्कालीन सीओ चायल केजी सिंह ने जांच में साफ कहा है कि भीड़ एकत्र होने से ग्राम वासियों को परेशानी हो रही है। अंधविश्वास के नाम पर पैसा वसूलने की बात प्रकाश में आई है। उपचार के नाम पर खुलेआम ठगी की जा रही है। बच्चे के द्वारा झाड़ फूंक का दावा किया जा रहा है यह प्रथम दृष्टया अवैज्ञानिक व अप्रमाणित प्रतीत होता है। उपचार की पद्धति से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने व शांति और कानून व्यवस्था भंग होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि गोलू बाबा के परिवार के लोगों ने कुछ लोगों पर परेशान किए जाने आरोप लगाया था। यह पेशबंदी प्रतीत हो रही है। इस प्रकरण की विवेचना पूरामुफ्ती व सरायअकिल के प्रभारी निरीक्षकों को अलग-अलग करने का निर्देश दिया गया है।

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परिवार व ट्रस्ट पर दर्ज है मुकदमा

गोलू बाबा उपचार के नाम पर लोगों के बीच अंधविश्वास फैलाकर पैसे वसूल रहे हैं। इसको लेकर सरायअकिल थाने में 14 सितंबर 2019 को पुलिस ने एक शिकायत पर गोलू के पिता राजू व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रखा है। इसके अलावा ट्रस्ट संचालकों पर 16 नवंबर 2019 को नोटिस के बाद भी उत्तर न देने पर मुकदमा दर्ज है। इसकी जांच चल रही है।

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कोरोना के दौरान लगा था प्रतिबंध

गोलू बाबा से उपचार के लिए कौशांबी ही नहीं आसपास के करीब एक दर्जन से अधिक जिलों के अलावा कई प्रांत से लोग आने लगे थे। भीड़ को नियंत्रण करना कठिन होता था। कोरोना संक्रमण के दौरान प्रशासन ने इसे पूरी तरह से बंद करा दिया है। इसके बाद भी चोरी छिपे अब भी लोग यहां आते हैं। इसकी चर्चा है।

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